तेजस MK-1A लड़ाकू विमान बनेगा राफेल से भी ताकतवर? HAL का प्लान सुन चीन-पाक की उड़ेगी नींद, ब्रह्मोस और मेटियोर मिसाइल से करेगा लैस!

भारतीय वायुसेना का सिकंदर तेजस MK-1A लड़ाकू विमान।
भारतीय वायुसेना का सिकंदर तेजस MK-1A लड़ाकू विमान।


News Subah Ki: हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के प्रमुख ने NDTV के साथ एक साक्षात्कार में भारत के लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) के उन्नत संस्करण तेजस MK-1A लड़ाकू विमानों को लेकर ये खुलासा किया है, कि तेजस MK-1A लड़ाकू विमानों के दूसरे बैच के लड़ाकू विमान मेटियोर मिसाइल से लैस होंगे। ये मेटियोर मिसाइलें दुनिया की सबसे घातक मिसाइलों में से एक मानी जाती है। 

इससे साफ खुलासा होता है, कि भारतीय वायुसेना (IAF) के स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस MK-1A को अत्याधुनिक मेटियोर मिसाइल से लैस करने की योजना बना रही है। बियॉन्ड विजुअल रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल (BVRAAM) मेटियोर दुनिया का सबसे घातक मिसाइलों में से एक है। मेटियोर मिसाइल फिलहाल सिर्फ भारतीय वायुसेना (IAF) के राफेल विमानों के साथ इंटीग्रेट है। इससे लैस होने के बाद तेजस लड़ाकू विमान भी राफेल फाइटर जेट के बराबर ही घातक और ताकतवर हो जाएंगे।

 Highlights  

तेजस MK-1A लड़ाकू विमान आने वाले दिनों में दुनिया के सबसे घातक मिसाइल मेटियोर से लैस होंगे।

यह मिसाइल दुश्मन के लड़ाकू विमान और टोही विमान को हवा में निशाना बनाने के लिए बनाई गई है।

मेटियोर मिसाइल बहुत ही तेजी से लगभग 5,000 किमी/घंटा की रफ्तार से दुश्मन पर हमला करती है।

इस मेटियोर मिसाइल की बियॉन्ड विजुअल रेंज लगभग 200 किलोमीटर के करीब है। 

तेजस MK-1A लड़ाकू विमान जब मेटियोर और ब्रह्मोस NG से लैस होंगा, तो ये राफेल फाइटर जेट को भी पीछे छोड़ देगा।

भारतीय वायुसेना का सिकंदर तेजस MK-1A लड़ाकू विमान।
भारतीय वायुसेना का सिकंदर तेजस MK-1A लड़ाकू विमान।


LCA तेजस को लेकर HAL चीफ का खुलासा:

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के प्रमुख डॉ. डीके सुनील ने NDTV India के साथ एक साक्षात्कार में भारत के स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) के उन्नत संस्करण तेजस MK-1A लड़ाकू विमान को लेकर ये बड़े खुलासे किये है, कि तेजस MK-1A के दूसरे बैच के लड़ाकू विमानों को दुनिया के सबसे घातक मेटियोर मिसाइल से लैस किया जाएगा।

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भारतीय वायुसेना का सिकंदर तेजस MK-1A लड़ाकू विमान।
भारतीय वायुसेना का सिकंदर तेजस MK-1A लड़ाकू विमान।


क्या है, मेटियोर मिसाइल की खासियत:

MBDA द्वारा विकसित मेटियोर मिसाइल को दुनिया की सबसे उन्नत बियॉन्ड विजुअल रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल (BVRAAM) माना जाता है। ये हवा में दुश्मन के लड़ाकू विमान और टोही विमान (अवाक्स) को निशाना बनाने के लिए बनाई गई है। तेजस MK-1A के साथ इस मिसाइल का एकीकरण हवा से हवा में लड़ाई में तेजस को बेजोड़ मारक क्षमता प्रदान करेगा।

मेटियोर मिसाइल की रेंज और ताकत :

दुनिया के सबसे घातक बियॉन्ड विजुअल रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल (BVRAAM) हथियारों में से एक मानी जाने वाली मेटियोर मिसाइल में उन्नत रैमजेट प्रोपल्शन सिस्टम लगा हुआ है। और इसमें आधुनिक रडार सीकर शामिल हैं। मेटियोर मिसाइल बहुत ही तेज लगभग 5,000 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दुश्मन पर हमला करती है। इस मिसाइल का रेंज लगभग 200 किलोमीटर के करीब है। मेटियोर मिसाइल अपनी सीमा में रहते हुए ही दुश्मन पर हमला करने की ताकत प्रदान करती है।

LCA तेजस स्वदेशी रडार से लैस होगा:

हिंदुस्तान एरोनॉटिक लिमिटेड (HAL) प्रमुख के अनुसार, तेजस MK-1A विमानों के दूसरे बैच में स्वदेशी रूप से विकसित उत्तम एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड एरे (AESA) फायर कंट्रोल रडार भी शामिल होने की उम्मीद है। फिलहाल इन विमानों में अभी इज़राइल के ELM-2052 AESA रडार का प्रयोग किया जाता है।

भारतीय वायुसेना का सिकंदर तेजस MK-1A लड़ाकू विमान।
भारतीय वायुसेना का सिकंदर तेजस MK-1A लड़ाकू विमान।


LCA तेजस से भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ेगी:

भारतीय वायुसेना (IAF) की अपने स्वदेशी प्लेटफार्मों को विश्व स्तरीय हथियारों से लैस करने के लिए प्रतिबद्ध है। तेजस MK-1A विमानो के पहले बैच के 83 विमानो को स्वदेशी अस्त्र मार्क-1 और अस्त्र मार्क-2 मिसाइलो से लैस किया जाएगा। इन विमानों पर एयर टू सरफेस मिसाइल ब्रह्मोस-NG को भी फिट करने का अनुमान लगाया जा रहा है। और दूसरे बैच के 97 LCA तेजस विमानो को सबसे घातक मेटियोर मिसाइल से लैस किया जाएगा।

कब तक मिलेंगे तेजस विमान?

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक (GE) से 4 यूनिट F-404 इंजन मिल चुके हैं। दो तेजस MK-1A विमान अक्तूबर में भारतीय वायुसेना (IAF)को मिलने की उम्मीद है। HAL के मुताबिक इस साल के अंत तक कम से कम 10 तेजस लड़ाकू विमान वायुसेना (Airforce) को मिल सकते हैं। ये लड़ाकू विमान सितंबर महीने में ही रिटायर हो रहे 60 साल पुराने MiG-21 बाइसन लड़ाकू विमानों की जगह लेंगे।

भारतीय वायुसेना में कुल कितने तेजस MK-1A  होंगे:

भारतीय वायुसेना ने 2021 में 83 तेजस MK-1A के लिए ₹48,000 करोड़ रुपये का सौदा किया था। इसके अलावा ₹67,000 करोड़ रुपये का दूसरा सौदा भी अतिरिक्त 97 तेजस MK-1A के लिए किया गया है। इस तरह से आने वाले समय में भारतीय वायुसेना (IAF) के बेड़े में कुल 180 (10 स्क्वाड्रन) तेजस MK-1A लडाकू विमान होंगे।


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