फ्रांसीसी कंपनी डसॉल्ट एविएशन द्वारा निर्मित, बहुत ही फुर्तीला जाबाज, जो भारत समेत कई देशों के है शान, वो है राफेल लड़ाकू विमान !

 


 News Subah Ki: राफेल (Rafale) एक फ्रांस द्वारा निर्मित बहु-भूमिका वाला फाइटर जेट है (French Fighter Jet)। यह एक ट्विन इंजन, कैनार्ड डेल्टा विंग, मल्टीरोल लड़ाकू विमान है, जिसे डसॉल्ट एविएशन (Dassault Aviation) ने डिजाइन और निर्माण किया है। यह हवाई श्रेष्ठता, टोही, जमीनी हमले, और परमाणु निवारण जैसे कार्यों के लिए डिज़ाइन किया गया है। राफेल फाइटर जेट अनेक तरह के खतरनाक हथियारों (वाइड रेंज वेपन) से लैस विमान है। राफेल फाइटर जेट का हाई स्पीड लगभग 1,912 किलोमीटर प्रति घंटा और इसका हाई रेंज करीब 3,700 किलोमीटर के लगभग है। इस फाइटर एयरक्राफ्ट के गर्जना मात्र से ही दुश्मनों में मातम छा जाता है। इसे भारत सहित कई अन्य देशों ने इसे अपनी वायुसेना में शामिल किया हुआ है। 2016 में भारत ने 36 राफेल विमानों की खरीद के लिए लगभग 7.8 बिलियन यूरो (₹68,236 करोड़
का समझौता किया था। तो आइए जानते हैं, पूरे विस्तार से इस फाइटर एयरक्राफ्ट के बारे में!

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राफेल विमान की अन्य विशेषताएं इस प्रकार हैं:

✅ यह 36 हजार फीट से लेकर 50 हजार फीट तक उड़ान भरने में सक्षम है। इतना ही नहीं यह 1 मिनट में 50 हजार फीट पर पहुंच जाता है।

✅ यह 3,700 किलोमीटर की रेंज कवर कर सकता है।

✅ राफेल फाइटर जेट का रफ़्तार लगभग 2,222 किलोमीटर प्रति घंटे है।

✅ यह 1,312 फीट के बेहद छोटे रनवे से उड़ान भरने में सक्षम है।

✅ यह 15,590 गैलन ईंधन ले जाने की क्षमता रखता है।

✅ राफेल, हवा से हवा में मारक मिसाइलें ले जाने में सक्षम है।

✅ राफेल एक बार में 2,000 समुद्री मील तक उड़ सकता है।

✅ राफेल, अमेरिका के F-16 की तुलना में 0.82 फीट ज्यादा ऊंचा है।

✅ राफेल, अमेरिका के F-16 की तुलना में 0.79 फीट ज्यादा लंबा है।

✅ इसके विंगों की लम्बाई 10.90 मीटर, जेट की ऊँचाई 5.30 मीटर और इसकी लम्बाई 15.30 मीटर है।



राफेल फाइटर जेट का डिज़ाइन और ओमनीरोल:

जब राफेल कार्यक्रम शुरू किया गया था, तो फ्रांसीसी वायु सेना और फ्रांसीसी नौसेना ने एक सर्व-भूमिका वाले विमान के लिए एक संयुक्त आवश्यकता थी, जो उस समय परिचालन में मौजूद सात प्रकार के लड़ाकू विमानों का स्थान लेगा। नये राफेल लड़ाकू विमान को बहुत व्यापक श्रेणी के मिशनों को पूरा करने में सक्षम होना था:

वायु-रक्षा / वायु-श्रेष्ठता / वायु पुलिस,

टोही,

परमाणु निवारण,

हवा से ज़मीन पर सटीक हमला / अवरोधन,

नजदीकी हवाई सहायता,

जहाज़-विरोधी हमले,

दोस्त-दोस्त ईंधन भरना।

राफेल फाइटर जेट का डिजाइन डसॉल्ट एविएशन ने बहुत ही शानदार प्रदर्शन करने वाला डेल्टा विंग और कैनार्ड (आगे की छोटी पंख) डिज़ाइन किया है, जो इस लड़ाकू विमान को अन्य फाइटर जेट के अपेक्षा अत्यधिक फुर्तीला बनाता है। इस राफेल फाइटर जेट में बहुत ही जबरदस्त स्टील्थ तकनीक का उपयोग (रडार क्रॉस-सेक्शन कम करने के लिए) किया गया है।



राफेल लड़ाकू विमान का एवियोनिक्स और हथियार प्रणाली: 

राफेल फाइटर जेट में डसॉल्ट एविएशन ने बहुत ही खास RBE2 AA AESA रडार दिया गया है, जो लंबी दूरी की पहचान और एक साथ कई लक्ष्यों पर नज़र रखने और सटीक हमला करने की क्षमता प्रदान करता है। इस लड़ाकू विमानों में SPECTRA इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम लगा हुआ है जो रडार, मिसाइल, और लेजर खतरों से सुरक्षा प्रदान करता है।  

इस लड़ाकू विमान में 14 हार्डपॉइंट्स दिए गए हैं, जिसमें मेटियोर (लंबी दूरी की एयर-टू-एयर मिसाइल), स्काल्प (क्रूज मिसाइल) और MICA (ऑल-वेदर मिसाइल) जैसी मिसाइलें लगी हुई हैं। और यह राफेल फाइटर जेट परमाणु हथियार ले जाने की क्षमता भी रखता है। भारतीय राफेल लड़ाकू विमानों में इज़राइली हेल्मेट-माउंटेड डिस्प्ले, रडार वार्नर, और कस्टम ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर शामिल हैं।  इसमें भारत अब ब्रह्मोस - NG और शौर्य मिसाइल  फिट कर रहा है, जो इसे और भी अधिक खतरनाक बनाते हैं।

राफेल लड़ाकू विमान का बेहतरीन इंजन और संस्करण:

 राफेल फाइटर जेट में बहुत ही शानदार दो Snecma M88-4 इंजन लगे हुए हैं, जो इस लड़ाकू विमान को सुपरक्रूज (बिना एफ्टरबर्नर के सुपरसोनिक गति) की क्षमता प्रदान करते हैं। डसॉल्ट एविएशन ने राफेल फाइटर जेट को करीब तीन संस्करण में तैयार किया है, जो इस प्रकार है। 

1. Rafale C: यह एक सिंगल-सीटर लड़ाकू विमान है। जिसे वायु सेना (Air force) के लिए विकसित किया गया है।

2. Rafale B: यह एक दोहरी-सीटर लड़ाकू विमान है। जिसे वायु सेना के प्रशिक्षण के लिए और खासकर युद्ध के लिए विकसित किया गया है।

3. Rafale M: इस राफेल (मरीन) लड़ाकू विमान को खासकर नौसेना (Navy) और विमानवाहक पोत के लिए विकसित किया गया है, जिसे फ्रांसीसी नौसेना (French Navy) और भारतीय नौसेना (Indian Navy) इस्तेमाल करती है।


Disclaimer: यह लेख इंटरनेट पर आधारित है। इस लेख में लेखक की तरफ से कई त्रुटियां हो सकती हैं, इसलिए 100% सही होने की गारंटी नहीं दिया जा सकता है। इसीलिए इस लेख पर किसी प्रकार का दावा या क्लेम नहीं किया जा सकता, क्योंकि वह अनुचित एवम् अमान्य माना जायेगा।

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