Indigenous Nag anti-tank Missile: भारतीय सेना का स्वदेशी "नाग" एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल बहुत ही खतरनाक मिसाइलों में से एक मानी जाती है। यह तीसरी पीढ़ी (3rd Gen) का गाइडेड मिसाइल है, और यह लॉन्च करो और भूल जाओ (fire-and-forget) वाली पद्धति पर काम करती है।
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भारतीय सेना का "नाग" एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) फायर करते हुए BMP-2 ! |
News Subah Ki: भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा निर्देशित और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) द्वारा निर्मित, भारतीय सेना का तीसरी पीढ़ी (3rd Gen) के स्वदेशी "नाग" एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) को दुनिया के सबसे ताकतवर एंटी-टैंक मिसाइलो में शामिल किया जाता है। इस एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) को लॉन्च करो और भूल जाओ (fire-and-forget) वाली पद्धति पर निर्माण किया गया है। यह मिसाइल इन्फ्रारेड होमिंग तकनीक से लैस है, जो इसे लक्ष्य को लॉक करने और दिन-रात सटीक हमला करने में सक्षम बनाती है।
बता दें कि इस "नाग" एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) को दुश्मन के टैंकों और बख्तरबंद वाहनों को नष्ट करने के लिए ही डिज़ाइन की गई है। यह मिसाइल करीब 500 किमी/घंटे की रफ्तार से लगभग 4 से 20 किलोमीटर दूर लक्ष्य (टैंक या बख्तरबंद वाहन) को नेस्तनाबूद कर देती है। इस "नाग" एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) को पांच तरह के डिजाइनों में डेवलप किया गया है, जिसका रेंज, रफ्तार और मारक क्षमता अलग-अलग है। इसे जमीन से MANPADS तकनीक के द्वारा, हेलिकाप्टर के द्वारा और टैंक आधारित BMP NAMICA के द्वारा दागा जा सकता है।
Highlights
✅ भारतीय सेना का बहुत ही खतरनाक एवं ताकतवर में शामिल है ये "नाग" एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल।
✅ इसे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन DRDO द्वारा निर्देशित और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) द्वारा विकसित किया गया है।
✅ इस "नाग" एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल को हेलिना/ध्रुवास्त्र और SANT जैसे वर्जन में विकसित किया गया हैं।
✅ इस "नाग" एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल का रेंज लगभग 500 मीटर से लेकर करीब 20 किलोमीटर तक का है।
✅ यह "नाग" एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) इन्फ्रारेड तकनीक पर काम करती है। जो लक्ष्य को पीछा करके ध्वस्त कर देती है।
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नाग एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) का विभिन्न वर्जन। |
नाग एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल का डिजाइन और विकास:
भारत के इस "नाग" एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के द्वारा डिजाइन किया गया है, और इसे भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) के द्वारा विकास किया गया है। इस मिसाइल का वजन लगभग 42 किग्रा (93 पाउंड) के करीब है, और इसकी लंबाई 1.83 मीटर (6 फीट) के करीब है। इस गाइडेड मिसाइल का व्यास लगभग 0.15 मीटर (5.9 इंच) और इसके पंख का फैलाव करीब 0.4 मीटर (16 इंच) तक है। यह "नाग" एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) करीब 8 किग्रा का वारहेड अपने साथ लेकर जा सकती है। जिससे यह अपने रेंज का सबसे ताकतवर और खतरनाक मिसाइलों में शुमार होता हैं।
इस "नाग" एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) को कई तरह के डिजाइनों में डेवलप किया गया हैं। जमीन से MANPADS लॉन्चर द्वारा लॉन्च करने के लिए "नाग" एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM), हेलिकाप्टर से लॉन्च करने के लिए हेलिना/ध्रुवास्त्र एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) और BMP NAMICA से लॉन्च करने के लिए SANT एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) है। इन एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइलों का रेंज भी अलग-अलग तरह का है। जैसे MANPADS लॉन्चर द्वारा लॉन्च करने पर 4 से 7 कि.मी. का रेंज है। हेलिकाप्टर द्वारा लॉन्च होने वाली हेलिना/ध्रुवास्त्र का रेंज 7 से 10 कि.मी. तक का है। वहीं NAMICA द्वारा लॉन्च होने वाली SANT मिसाइल की रेंज लगभग 20 कि.मी. तक का है।
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हेलिकाप्टर से लॉन्च करते हुए हेलिना/ध्रुवास्त्र एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल। |
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नाग एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल का विशेषता:
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MANPADS लॉन्चर द्वारा नाग एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल लॉन्च करते हुए। |