Tejas MK-2 fighter aircraft of the IAF: भारतीय वायुसेना को बहुत जल्द ही मिलने वाला है, तेजस मार्क-2 लड़ाकू विमान! यह 4.5th जनरेशन का लड़ाकू विमान है, जिसे हिंदुस्तान एरोनॉटिक लिमिटेड (HAL) द्वारा विकसित किया जा रहा है। इसमें बहुत ही पॉवरफुल अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक के F-414 इंजन इंटीग्रेट होगा जो 98 kN का थ्रस्ट पैदा करता हैं।
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| भारतीय वायुसेना का तेजस मार्क-2 लड़ाकू विमान। |
News Subah Ki: भारतीय वायुसेना (IAF) को बहुत जल्द मिलने वाला है, एक उन्नत 4.5th पीढ़ी का तेजस मार्क-2 लड़ाकू विमान! जो वर्तमान तेजस MK-1A से कहीं ज्यादा शक्तिशाली और एडवांस होगा। हिंदुस्तान एरोनॉटिक लिमिटेड (HAL) ने पहले से ही जनरल इलेक्ट्रिक (GE) के 10 यूनिट F-414 इंजन अपने स्टॉक में रखे हुए हैं। जो विशेष रूप से ये इंजन तेजस मार्क-2 लड़ाकू विमानों के चार प्रोटोटाइप के निर्माण और उड़ान परीक्षणों में काम आयेंगे। अनुमान के मुताबिक इस लड़ाकू विमान के लिमिटेड सीरीज प्रोडक्शन (LSP) को अगले साल प्रारंभ करने की उम्मीद है और 2027 तक इसकी पहली उड़ान (First Flight) को सुनिश्चित करने की दिशा में हिंदुस्तान एरोनॉटिक लिमिटेड (HAL) बहुत तेजी से आगे बढ़ रहे है।
आने वाले समय में तेजस मार्क-2 लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना (IAF) के रीढ़ बनेंगे, क्योंकि यह एयरक्राफ्ट 4.5th पीढ़ी के है। और यह लड़ाकू विमान अपने जनरेशन के सारे लड़ाकू विमानों के टक्कर में सुपीरियर होने वाला है। तेजस मार्क-2 लड़ाकू विमान की रफ्तार लगभग 1.8 मैक (2,205 किमी/घंटा) के करीब हैं। यह एयरक्राफ्ट सिंगल-इंजन के साथ और कैनार्ड डेल्टा विंग वाला मल्टीरोल लड़ाकू विमान होने वाला है। जिसे एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के एयरक्राफ्ट रिसर्च एंड डिज़ाइन सेंटर (ARDC) के सहयोग से भारतीय वायुसेना (IAF) के लिए डिज़ाइन किया है।
Highlights
✅ भारतीय वायुसेना (IAF) को बहुत जल्द मिलने वाला है, एक बहुत ही उन्नत 4.5th पीढ़ी का तेजस मार्क-2 लड़ाकू विमान!
✅ यह तेजस मार्क-2 लड़ाकू विमान, जो वर्तमान में तेजस MK-1A लड़ाकू विमान से कहीं ज्यादा शक्तिशाली और एडवांस होगा।
✅ भारतीय वायुसेना के मल्टी-रोल तेजस मार्क-2 लड़ाकू विमान की रफ्तार लगभग 1.8 मैक (2,205 किमी/घंटा) के करीब होगा।
✅ यह एयरक्राफ्ट अपने समकक्ष वाले सारे लड़ाकू विमानों के तुलना में ज्यादा एडवांस और सुपीरियर होने वाला है।
✅ तेजस मार्क-2 लड़ाकू विमान का एयरफ्रेम, वजन का वितरण और कूलिंग सिस्टम सब F-414 इंजन के लिए ही ऑप्टिमाइज किए गए हैं।
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| भारतीय वायुसेना का तेजस मार्क-2 लड़ाकू विमान। |
तेजस मार्क-2 के लिए क्यों महत्वपूर्ण है, F-414 इंजन?
भारतीय वायुसेना के तेजस मार्क-2 लड़ाकू विमानों के लिए क्यों महत्वपूर्ण है अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक का F-414 इंजन? क्योंकि यह इंजन तेजस मार्क-2 को एक मल्टी-रोल फाइटर जेट के रूप में मजबूती प्रदान करेगा। 98 किलोन्यूटन (kN) थ्रस्ट की क्षमता वाला यह इंजन तेजस मार्क-2 को लंबी दूरी तय करने, ज्यादा हथियार ले जाने और बेहतर कॉम्बैट परफॉर्मेंस देने की क्षमता प्रदान करेगा, जो मौजूदा F-404 इंजन से काफी बेहतर है।
वहीं, हिंदुस्तान एरोनॉटिक लिमिटेड (HAL) ने स्पष्ट किया है कि तेजस मार्क-2 लड़ाकू विमानों का पूरा डिजाइन इसी अमेरिकी F-414 इंजन के अनुरूप ही बनाया गया है। इस तेजस मार्क-2 लड़ाकू विमान का एयरफ्रेम, वजन का वितरण और कूलिंग सिस्टम सब अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक के F-414 इंजन के लिए ही ऑप्टिमाइज किए गए हैं। इसके वजह से किसी भी वैकल्पिक इंजन के बारे में सोचना भी तेजस मार्क-2 लड़ाकू विमानों के कार्यक्रम में बेवजह देरी कर सकता है।
अमेरिकी F-414 इंजनों के स्टॉक और जनरल इलेक्ट्रिक (GE) के साथ अंतिम चरण की बातचीत से भारत अब स्वदेशी लड़ाकू विमानों की अगली पीढ़ी (Next Gen) की ओर तेज़ी से कदम बढ़ा रहा है।
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| भारतीय वायुसेना का तेजस मार्क-2 लड़ाकू विमान और साथ में F-414 इंजन। |
जनरल इलेक्ट्रिक के F-414 इंजन का भारत में संयुक्त उत्पादन पर जोर:
अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक (GE) के F-414 इंजन की डील न केवल तेजस मार्क-2 के लिए बल्कि भविष्य के एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) कार्यक्रम के लिए भी निर्णायक है। दरअसल, हिंदुस्तान एरोनॉटिक लिमिटेड (HAL) और जनरल इलेक्ट्रिक (GE) के बीच इस समझौते का मुख्य केंद्र बिंदु भारत में इन इंजनों का निर्माण करना है। इस डील में 80% तक प्रौद्योगिकी हस्तांतरण (ToT) का प्रस्ताव है। इस ToT में ब्लेड्स और कोटिंग्स जैसे महत्वपूर्ण इंजन कंपोनेंट्स के निर्माण की तकनीक शामिल होगी, जो आने वाले समय में भारत के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि होगी। यह डील मेक इन इंडिया (Make in India) के तहत भारत की रक्षा उत्पादन क्षमता के लिए गेम-चेंजर होगा, जिससे देश क्रिटिकल जेट इंजन तकनीक में आत्मनिर्भर बन सकेगा।
अमेरिका जाएंगे HAL के सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल दल:
ऐसे में, हिंदुस्तान एरोनॉटिक लिमिटेड (HAL) का एक प्रतिनिधिमंडल इस महीने अमेरिका का दौरा करने वाला है, जहां जनरल इलेक्ट्रिक (GE) के F-414 इंजन का संयुक्त उत्पादन की पांचवें दौर की महत्वपूर्ण बातचीत होगी। इस बातचीत का उद्देश्य भारत में GE/F-414 इंजन का व्यावसायिक पहलुओं और लागत पर सहमति बनाना है। आपको बता दें, इस बड़े समझौते पर 2026 की शुरुआत तक हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। एक बार यह डील फाइनल होने के बाद हिंदुस्तान एरोनॉटिक लिमिटेड (HAL) को देश में इंजनों का उत्पादन शुरू करने में लगभग तीन साल का समय लगेगा।
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| भारतीय वायुसेना का तेजस मार्क-2 लड़ाकू विमान। |
तेजस मार्क-2 लड़ाकू विमानों के सेंसर और एवियोनिक्स:
तेजस मार्क-2 का एवियोनिक्स मल्टीसेंसर डेटा फ्यूजन पर केंद्रित होगा जिसमें बोर्ड पर सक्रिय और निष्क्रिय दोनों सेंसर शामिल होंगे। तेजस मार्क-2 में इलेक्ट्रॉनिक्स और रडार विकास प्रतिष्ठान द्वारा विकसित उत्तम AESA रडार के एक संस्करण है, जो निष्क्रिय लक्ष्य प्राप्ति के लिए एक एकीकृत IRST प्रणाली, उत्तरजीविता के लिए एक एकीकृत इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट (UEWS) और एक नए डिजिटल फ्लाइट कंट्रोल कंप्यूटर (DFCC) से लैस होगा। तेजस मार्क-2 में सुरक्षित संचार (Secure Communications) और नेटवर्क-केंद्रित युद्ध क्षमताओं (Network-centric warfare capabilities) के लिए स्वदेशी सॉफ्टवेयर-परिभाषित रेडियो-आधारित सामरिक डेटा लिंक (Indigenous software-defined radio-based tactical data link) होगा। जिससे भारतीय वायुसेना को नेटवर्क डिजिटल सूचना ग्रिड का समर्थन प्राप्त होगा।
Disclaimer: यह लेख सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए सोशल मीडिया पोस्ट पर आधारित है। News Subah Ki ने पोस्ट में किए गए दावों की स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं की है, और न ही उनकी सटीकता की गारंटी देता है। व्यक्त किए गए विचार व्यक्तिगत हैं, और आवश्यक रूप से News Subah Ki के विचारों को प्रतिबिंबित नहीं करते हैं। पाठक अपने विवेक का प्रयोग करें।




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