India America Tariff War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर 50% टैरिफ लगाने के बाद भी अमेरिका का मन नही भरा है। इसलिए ही अब अमेरिकी राष्ट्रपति के सलाहकार पीटर नवारो (Peter Navarro) के बिगड़े बोल, रूस-यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध को बोला, "मोदी का युद्ध!
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भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप। |
News Subah Ki: भारत पर अमेरिका ने 25 प्रतिशत टैरिफ और 25 प्रतिशत पेनाल्टी लगा दिया है, जो कुल मिला कर 50 प्रतिशत होता है। इससे भारतीय निर्यातकों की परेशानी कुछ हद तक बढ़ गई है। अमेरिका के तरफ से अभी तक का सबसे अधिक टैरिफ सिर्फ दो देशों पर लगा है, पहला ब्राजील और दूसरा है, भारत! परन्तु इस टैरिफ वॉर पर भारत ने अभी तक खुल कर कोई बात नहीं किया है, और नही कुछ जवाबी करवाई शुरू किया है। फ़िर भी पूरी दुनिया में आज भारत की वाह-वाही हो रही है, और सुपर पॉवर अमेरिका की जगह-जगह किरकिरी हो रही है।
Highlights
✅ रूस-यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध पर डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार पीटर नवारो का बेतुका बयान, बोला "मोदी का युद्ध!
✅ अमेरिका के नेशनल इकनॉमिक काउंसिल के डायरेक्टर और व्हाइट हाउस के सलाहकार केविन हैसेट ने दी, भारत को सीधी धमकी!
✅ अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट का भारत पर बयान, हम (India और America) एक साथ जरूर आएंगे।
✅ सही मायने में भारत के लिए ये अमेरिकी टैरिफ जैसे, "आपदा में अवसर" हैं।
अमेरिका के नेशनल इकनॉमिक काउंसिल की धमकी:
अब अमेरिका के नेशनल इकनॉमिक काउंसिल के डायरेक्टर और व्हाइट हाउस के सलाहकार केविन हैसेट (Kevin Hassett) ने भारत को सीधी धमकी दी है। केविन ने कहा कि अगर भारत ने अमेरिका के लिए अपने बाजार नहीं खोले तो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के तेवर नरम नहीं होंगे। केविन ने आगे कहा कि मुझे लगता है, कि यह एक जटिल रिश्ता है। इसका एक हिस्सा रूस पर दवाब डालने की कोशिशों से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि ताकि शांति समझौता हो सके और लाखों लोगों की जानें बचाई जा सके। उन्होंने फिर दोहराया कि भारत अपना बाजार खोलने में अड़ियल रवैया अपना रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के सलाहकार के बिगड़े बोल:
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार पीटर नवारो। |
अमेरिकी डिप्लोमैट और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सलाहकार पीटर नवारो ने भी भारत और रूस तेल खरीद पर बहुत ही बेतुका बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारत ने रूसी तेल खरीदकर जंग को बढ़ावा देने का काम किया है। यह युद्ध जो रूस-यूक्रेन के बीच हो रहा है ये मोदी का युद्ध है। अगर भारत अपना रुख जारी रखता है, तो अमेरिका और भी अधिक कड़े कदम उठाएगा। उन्होंने एक मीडिया चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि रूस-यूक्रेन जंग में शांति का रास्ता आंशिक रूप से भारत से होकर गुजरता है। उन्होंने कहा कि अमेरिकी टैरिफ को बेहद आसानी से और बेहतर तरीके से कम किया जा सकता है। यदि भारत रूस से तेल खरीदना बंद कर दे, तो 25 फीसदी टैरिफ घट जाएगा। मोदी एक महान नेता हैं। भारत बड़ा लोकतंत्र है। उसे बेहद समझदार लोग चला रहे हैं।
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अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट का भारत पर बयान:
अमेरिका के वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट ने बुधवार को भारत के साथ संभावित व्यापार समझौते पर आशा व्यक्त करते हुए कहा कि दोनों देश एक साथ आएंगे। फॉक्स न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में, बेसेंट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच व्यक्तिगत संबंधों पर प्रकाश डाला और कहा कि दोनों नेताओं के बीच 'बहुत अच्छे संबंध' हैं।
उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। मुझे लगता है कि अंततः हम (India और America) एक साथ जरूर आएंगे।
भारत के लिए ये टैरिफ जैसे, "आपदा में अवसर":
भारत के लिए ये अमेरिकी टैरिफ सच मानिए तो किसी अवसर से कम नहीं है। क्योंकि इससे आत्म- निर्भर भारत की छवि और निखर कर आएगी।
अमेरिकी टैरिफ बढ़ने से निर्यात कम होगा, ऐसे में कंपनियां घर में सामान को खपाने की कोशिश करेगी, यानी भारत में चीजें सस्ती हो जाएगी। इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका जाने वाला ज्यादातर सामानों को कंपनियां घरेलू बाजार में बेचने की कोशिश करेगी। जिसकी वजह से सामान की कीमतों में गिरावट आएगी। यानी कुल मिलाकर लोगों को सस्ता सामान मिलेगा तो उनकी खरीदारी की क्षमता बढ़ेगी और कंपनियों को निर्यात पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा।
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