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| यह है भारत का एंटी ड्रोन माइक्रो मिसाइल सिस्टम (ADMMS) भार्गवस्त्र! |
News Subah Ki: भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने दुश्मन देशों के ड्रोन (UAV) या कोई भी छोटा ऑब्जेक्ट का शिकार करने के लिए बहुत ही सस्ता और किफायती एंटी-ड्रोन माइक्रो मिसाइल सिस्टम (Anti-Drone Micro Missile System) का निर्माण किया है। यह भारत का स्वदेशी एंटी- ड्रोन माइक्रो मिसाइल सिस्टम (ADMMS), दुश्मन देशों के ड्रोन जो एक साथ झुंड में आते हैं, उन ड्रोन का मुकाबला करने के लिए ही डिज़ाइन की गई है। यह स्वदेशी "भार्गवस्त्र" एंटी-ड्रोन माइक्रो मिसाइल सिस्टम (ADMMS) एक साथ दुश्मनों के 64 अलग-अलग टारगेट को पहचान कर उसको ट्रैक कर सकता हैं, और उस ट्रैक किए हुए टारगेट को पलक झपकते ही ध्वस्त/नष्ट कर देता है।
Highlights
✅ भार्गवस्त्र भारत का पहला स्वदेशी एंटी-ड्रोन माइक्रो-मिसाइल सिस्टम है।
✅ भार्गवस्त्र का रेंज लगभग 2.5 कि.मी. से 15 कि.मी. तक होने की संभावना है।
✅ इस भार्गवस्त्र मिसाइल सिस्टम का स्पीड सुपरसोनिक या हाइपरसोनिक हो सकती है।
✅ भार्गवस्त्र एक बार में 64 टारगेट को पहचान करके पलक झपकते नष्ट कर सकता है।
भारत अपनी पहली स्वदेशी एंटी-ड्रोन माइक्रो-मिसाइल प्रणाली (ADMMP) "भार्गवस्त्र" का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है। इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड (Economic Explosives Limited) द्वारा विकसित यह मिसाइल प्रणाली मोबाइल प्लेटफ़ॉर्म पर तेज़ी से तैनात हो सकती है। यह स्वदेशी एंटी-ड्रोन माइक्रो-मिसाइल प्रणाली (ADMMP) अभी शुरुआती परीक्षण में 2.5 किलोमीटर से अधिक दूरी तक के लक्ष्यों को भेद सकती है। और आगे इसका रेंज लगभग 15 किलोमीटर तक किए जाने की संभावना है। इस स्वदेशी एंटी-ड्रोन माइक्रो-मिसाइल प्रणाली को भारतीय सशस्त्र बलों में संभावित रूप से शामिल किए जाने के लिए इस वर्ष और अधिक गहन परीक्षण की योजना बनाई गई है। जिससे यह स्वदेशी एंटी-ड्रोन माइक्रो-मिसाइल सिस्टम (ADMMS) "भार्गवस्त्र" को बहुत जल्द भारतीय सेना में शामिल किया जा सके।
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| एंटी ड्रोन माइक्रो मिसाइल सिस्टम भार्गवस्त्र |
भारत का पहला स्वदेशी एंटी-ड्रोन माइक्रो-मिसाइल सिस्टम:
भारत ने अपने पहले स्वदेशी "भार्गवस्त्र" एंटी-ड्रोन माइक्रो-मिसाइल सिस्टम (ADMMS) का परीक्षण किया है, जिसे ड्रोन के झुंड जैसे खतरे से निपटने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसे इस सप्ताह उड़ीसा के गोपालपुर सीवर्ड फायरिंग रेंज में इस एंटी-ड्रोन सिस्टम "भार्गवस्त्र" का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है।
सेना के लिए विकसित की जा रही इस बहुस्तरीय प्रणाली (Multilevel system) ने 2.5 किलोमीटर से अधिक दूरी पर स्थित निर्दिष्ट आभासी लक्ष्यों (Specified virtual target) को निशाना बनाया, जिससे बड़े पैमाने पर ड्रोन हमलों से निपटने के लिए एक अनूठा कम लागत वाला विकल्प सामने आया, जो लगातार खतरा बन गए हैं। सूत्रों ने कहा कि 'भार्गवस्त्र' नाम की काउंटर-ड्रोन प्रणाली 6 किलोमीटर से अधिक दूरी पर आने वाली छोटी उड़ने वाली ऑब्जेक्ट या मशीनों का भी पता लगाने में सक्षम है, और उन्हें सूक्ष्म हथियारों का उपयोग करके नीचे गिरा सकती है, जिन्हें खतरे की ओर निर्देशित किया जा सकता है।
इस "भार्गवस्त्र" माइक्रो मिसाइल सिस्टम का रेंज:
भार्गवस्त्र micro मिसाइल सिस्टम का संभावित स्पीड:
यह मिसाइल सिस्टम 3 स्पीड कैटेगरी में आ सकता है?
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| एंटी ड्रोन माइक्रो मिसाइल सिस्टम भार्गवस्त्र |
क्या है,"भार्गवस्त्र" माइक्रो मिसाइल सिस्टम की विशेषता:
"भार्गवस्त्र" एंटी-ड्रोन माइक्रो मिसाइल सिस्टम (ADMMS) को छोटे आकार में डिज़ाइन किया गया है, जिससे इसे पोर्टेबल और इस्तेमाल में आसान बनाया जा सकता है। सफल परीक्षण के साथ, जिसे वरिष्ठ सेना अधिकारियों ने देखा, यह प्रणाली इस वर्ष तक बड़े, अधिक विस्तृत परीक्षणों के लिए तैयार हो जाएगी, जिससे इसे सशस्त्र बलों में शामिल करने का मार्ग प्रशस्त होगा। यह एंटी-ड्रोन माइक्रो मिसाइल सिस्टम (ADMMS) एक साथ 64 से अधिक लक्ष्यों को टारगेट कर मिसाइलों को दाग सकती है।
इस प्रणाली को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के निर्देश पर इकोनॉमिक एक्सप्लोसिव्स लिमिटेड (EEL) द्वारा विकसित किया जा रहा है। इस प्रणाली को खतरे वाले क्षेत्र में त्वरित तैनाती के लिए एक मोबाइल प्लेटफ़ॉर्म पर लगाया जाएगा। इसे सशस्त्र बलों की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उच्च ऊंचाई वाले क्षेत्रों सहित सभी इलाकों में संचालित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
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तीनों सेनाओं के लिए उपयुक्त है, "भार्गवस्त्र" माइक्रो मिसाइल सिस्टम:
यह भारतीय वायुसेना (IAF) की रक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए भी डिज़ाइन किया जा रहा है। यह दुनिया का पहला काउंटर-ड्रोन सिस्टम है, जो माइक्रो मिसाइलों का उपयोग करता है। वायु सेना को भी इस तरह की प्रणालियों की बड़ी आवश्यकता है। इस "भार्गवस्त्र" मिसाइल को जमीन, हवा और समुद्र से लॉन्च किया जा सकता है। इसे ड्रोन और हल्के वाहनों पर भी फिट किया जा सकता है।
अब कम लागत वाले ड्रोन का प्रचलन बढ़ गया है। जो अक्सर झुंड विन्यास (Often swarm configurations) में उपयोग किया जाता है, सशस्त्र बलों के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। जो प्रमुख संपत्तियों की रक्षा के लिए महंगी वायु रक्षा मिसाइलों पर निर्भर हैं। मुख्य आवश्यकता एक कम लागत वाली प्रणाली की है, जो आने वाले ड्रोन को मार गिरा सकती है, जिससे बड़े खतरों के लिए महंगी वायु रक्षा प्रणाली बची रहती है। अन्य देशों में इसी तरह की प्रणालियों के सीमित उदाहरण हैं।
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"भार्गवस्त्र" माइक्रो मिसाइल सिस्टम की सटीकता:
यह एंटी-ड्रोन माइक्रो मिसाइल सिस्टम (ADMMS) सटीक लक्ष्य को भेदने के लिए उन्नत गाइडेंस सिस्टम से लैस होता है, जिससे इसे किसी भी छोटे या मूविंग लक्ष्य पर सटीक हमला करने में सक्षम बनाया गया है। जो एकदम पिन प्वाइंट पर मार सकता है। यह एंटी-ड्रोन "भार्गवस्त्र" माइक्रो मिसाइल सिस्टम भारतीय सेना (Indian Army) और सुरक्षा बलों को छोटे और सटीक हमले के लिए सक्षम बनाती है। इसमें Artificial Intelligence (AI) और आधुनिक सेंसर लगे होते हैं, जो इसे स्वायत्तता से लक्ष्य पहचानने और हमले करने में सक्षम बनाते हैं। यह Next Generation (NG) टेक्नोलॉजी पर आधारित है। यह तकनीक भविष्य की युद्ध प्रणाली (Future combat system) में भारत को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाने में सहायक होगी।
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