- Get link
- X
- Other Apps
- Get link
- X
- Other Apps
News Subah Ki: भारत के स्वदेशी मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर (MBRL) "पिनाका" को भगवान शिव के धनुष "पिनाक" के नाम पर रखा गया है। इस रॉकेट आर्टिलरी सिस्टम को भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के द्वारा विकसित किया गया है। यह भारतीय सेना का एक प्रमुख और अचूक हथियार है। यह मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर (MBRL) "पिनाका" मात्र 44 सेकंड में 72 रॉकेट दाग सकने का क्षमता रखता है। इसे दुश्मन के महत्वपूर्ण ठिकानों पर कम समय में भारी तबाही करने के लिए बनाया गया है।
पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर (MBRL) एक शक्तिशाली रॉकेट आर्टिलरी है। इसका मुख्य उद्देश्य दुश्मन के महत्वपूर्ण ठिकानों पर कम समय में भारी तबाही मचाना है। यह एक साथ कई रॉकेट दागकर बड़े इलाके में दुश्मन के ठिकानों, एयर डिफेन्स इंस्टालेशन, सप्लाई रास्तों, बैरकों, आगे बढ़ती इन्फेंट्री, आर्मर कॉलम पर बम वर्षा करती है, जिससे युद्ध के दौरान दुशमन पर तेज़ और प्रभावी हमला कर के आर्मी और वायुसेना के लिए सुरक्षित रास्ता तैयार हो सके। इसके गाइडेड रॉकेट खास लक्ष्यों पर सटीक हमला करके गैरजरूरी नुकसान को भी कम करते हैं। इसके प्रत्येक लॉन्चर में 12 बैरल होते हैं, और 6 लॉन्चरों की एक बैटरी होती है, ये बैटरी केवल 44 सेकंड में 72 रॉकेट दाग सकती है, जो 7,200 किलोग्राम से अधिक का बारूद दुश्मन पर बरसा सकती है।
![]() |
पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर (MBRL) सिस्टम |
Highlights
• कारगिल युद्ध में हुआ था पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर का बखूबी इस्तेमाल।
• पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर (MBRL) की बैटरी सिस्टम।
• पिनाका मल्टी बैरल लॉन्चर (MBRL) से कितने तरह के रॉकेट दागे जा सकते हैं।
• आज पूरे विश्व में भारतीय पिनाका रॉकेट लॉन्चर (MBRL) सिस्टम की धूम।
कारगिल में हुआ था पिनाका का बखूबी इस्तेमाल:
कारगिल युद्ध पूर्ण रूप से आर्टिलरी के दम पर जीता गया था, बेहद घातक पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर (MBRL) का प्रभावी उपयोग साल 1999 के कारगिल युद्ध में ऑपरेशन विजय के दौरान किया गया था। इस ऑपरेशन को 210 रॉकेट रेजिमेंट के सैनिकों ने DRDO टीम के साथ मिलकर सफलतापूर्वक अंजाम दिया था। भारतीय सेना ने कुल 22 रेजिमेंट और 1.89 लाख रॉकेट्स शामिल करने का निर्णय लिया था, पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर (MBRL) की दो रेजिमेंट, साल 2010 में शामिल की गई थी।
यह भी पढ़ें
🚀 भारत की सबसे घातक मिसाइल ब्रह्मोस का नया अवतार, अगली पीढ़ी की सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल ब्रह्मोस-NG!
🚀 भारत का स्वदेशी एंटी एयर डिफेंस सिस्टम, अकाश-1 और अकाश NG मिसाइल सिस्टम!
पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर की बैटरी:
✅ 6 लॉन्चर: 72 रॉकेट दागने के लिए सक्षम बनाता है।
✅ यह पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट सिस्टम मात्र 44 सेकंड में 72 रॉकेट फायर करने में सक्षम है।
✅ 6 लोडर-कम-रिप्लेनिशमेंट (LCR) वाहन: लॉन्चर को रीलोड करने के लिए।
✅ 3 रिप्लेनिशमेंट वाहन (RV): रॉकेट सप्लाई के लिए।
✅ 2 बैटरी कमांड पोस्ट (BCP) वाहन: कमांड और नियंत्रण के लिए।
✅ 1 DIGICORA MET रडार: मौसम डेटा के
लिए।
![]() |
पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर (MBRL) सिस्टम |
संबंधित खबरें
📲 Oppo ने लाया शानदार प्रदर्शन करने वाला 150MP कैमरा और बेहतरीन डिजाइन वाला, Oppo Find X8 स्मार्टफोन!
📲 6500mAh का जबरदस्त बैटरी के साथ लॉन्च हुआ, Vivo का शानदार मिड रेंज बजट वाला Y300i स्मार्टफोन!
📲 6000mAh🔋पावरफुल बैटरी,140MP कैमरा के साथ लॉन्च, Realme 14 Pro प्लस स्मार्टफोन!
📲 भारत में लॉन्च,5200mAh बैटरी और 32MP का फ्रंट कैमरा के साथ Realme का 14 Pro Lite 5G स्मार्टफोन!
पिनाका मल्टी बैरल लॉन्चर से कितने तरह के रॉकेट दागे जा सकते हैं:
वर्त्तमान में हमले के लिए पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर (MBRL) सिस्टम से मुख्य रूप से तीन तरह के रॉकेट का इस्तेमाल होता है। तो आइए जानते हैं पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर (MBRL) से कौन कौन से रॉकेट लॉन्च कर सकता है, और इसके रेंज और वारहेड की पूरी विस्तार से जानकारी प्रदान करते हैं।
1. पिनाका Mk-I रॉकेट जिसका रेंज 37.5 किलोमीटर और वॉरहेड 100 किलोग्राम तक ले जाने में सक्षम है।
2. पिनाका Mk-II रॉकेट जिसका रेंज 60 किलोमीटर और वॉरहेड 100 किलोग्राम तक ले जाने में सक्षम है।
3. गाइडेड पिनाका रॉकेट जिसका रेंज 75 किलोमीटर तक के लक्ष्यों पर सटीक हमला कर सकता है और यह अपने साथ 115 किलोग्राम तक का वॉरहेड ले जाने में सक्षम होता है।
4. एक्सटेंडेड पिनाका रॉकेट जो 120 से 300 किलोमीटर तक मार करने की क्षमता वाली होंगी। यह रॉकेट अभी फिलहाल विकाश प्रक्रिया में है। इसलिए इस पर अभी कोई बात करना जल्दबाजी होगी।
इसे भी देखें
🚀 भारत ने विकसित किया अपना पहला हाइपरसोनिक स्पीड वाला लॉन्ग रेंज एंटी-शिप मिसाइल "ब्रह्मास्त्र"!
आज पूरे विश्व में भारतीय पिनाका रॉकेट सिस्टम की धूम:
पिनाका रॉकेट आर्टिलरी का मुख्य उपयोग भारतीय थल सेना करती है। दुनिया मे भारत के बाद अब आर्मेनिया की सेना भी पिनाका मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर (MBRL) का इस्तेमाल करती है। नवंबर 2024 में भारत ने पिनाका रॉकेट सिस्टम का निर्यात आर्मेनिया को शुरू किया था। आर्मेनिया भारतीय हथियारों के तीन सबसे बड़े खरीदारों में से एक है। आर्मेनिया अब सैन्य मदद के लिए तेजी से भारत की तरफ बढ़ रहा है, वह भारत में बने हथियार खरीद रहा है, जैसे आकाश -1 एयर डिफेंस सिस्टम। ये सौदा 2020 में हुई ₹2 अरब डॉलर की रक्षा साझेदारी का हिस्सा है।
वर्त्तमान में फ्रांस भी अपनी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए भारत की पिनाका रॉकेट आर्टिलरी प्रणाली में रुचि दिखा रहा है। वह इस प्रणाली को अपनाने से पहले इसका पूरी तरह से परीक्षण और मूल्यांकन कर रहा है। वहीं स्पेन भी भारत में बनी पिनाका रॉकेट लॉन्चर प्रणाली सिस्टम को खरीदने में दिलचस्पी दिखा रहा है। वहीं कई और यूरोपियन देश लाइन में खड़े हुए हैं, और बातचीत कर रहे हैं। अब भारतीय हथियारो का मांग और डिमांड पूरे दुनिया में बढ़ रहा है।
Disclaimer: यह लेख इंटरनेट पर आधारित है। इस लेख में लेखक की तरफ से कई त्रुटियां हो सकती हैं, इसलिए 100% सही होने की गारंटी नहीं दिया जा सकता है। इसीलिए इस लेख पर किसी प्रकार का दावा या क्लेम नहीं किया जा सकता, क्योंकि वह अनुचित एवम् अमान्य माना जायेगा।
Comments
Post a Comment