News Subah Ki: भारतीय वैज्ञानिकों ने आजकल लेजर वेपन पर ज्यादा ध्यान केंद्रित किया हुआ है। इसी का परिणाम है, "दुर्गा" लेजर वेपन यह भारत का एक उन्नत डायरेक्टेड एनर्जी वेपन (Directed Energy Weapon - DEW) प्रणाली है, जिसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित किया गया है। यह हथियार लेजर तकनीक पर आधारित है, और इसे मुख्य रूप से एंटी-ड्रोन, एंटी-मिसाइल तथा इलेक्ट्रॉनिक युद्धक भूमिकाओं के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसे भारतीय सशस्त्र बलों की आधुनिक रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने के लिए विकसित किया जा रहा है। DRDO ने इसे 2 वर्जन में तैयार किया है, पहला है, दुर्गा-1 और दूसरा है, दुर्गा-2 आइए जानते हैं, इन दोनों लेजर वेपन के बारे में पूरे विस्तार से।
Highlights
• DRDO द्वारा विकसित इन दोनों लेजर वेपन हथियार की पूर्ण डिटेल्स।
• दुर्गा-1 (DURGA-I) लेजर वेपन की प्रमुख विशेषताएँ।
• यह एंटी-ड्रोन, एंटी-मिसाइल तथा इलेक्ट्रॉनिक युद्ध के लिए डिज़ाइन किया गया है।
• दुर्गा-2 (DURGA-2) लेजर वेपन की मुख्य विशेषताएँ।
• इस लेजर वेपन को फाइटर जेट्स और क्रूज मिसाइलो के लिए डिज़ाइन किया गया है।
दुर्गा-1 (DURGA-I) लेजर वेपन की प्रमुख विशेषताएँ:
1. हाई-पावर लेजर तकनीक:
यह दुर्गा-1 (DURGA-I) वेपन किलोवाट-क्लास (KW-Class) लेजर का उपयोग करता है, जो दुश्मन के ड्रोन, छोटी मिसाइलों और अन्य हवाई खतरों को नष्ट करने में सक्षम है। लेजर बीम प्रकाश की गति से काम करती है, जिससे यह अत्यंत तीव्र और सटीक होता है।
2. एंटी-ड्रोन क्षमता:
यह ड्रोन स्वार्म (Drone Swarms) और लो-फ्लाइंग UAV (मानवरहित हवाई वाहन) को नष्ट करने में सक्षम है। भारत-पाकिस्तान सीमा और आतंकवादी खतरों को देखते हुए, यह प्रणाली सुरक्षा बलों के लिए महत्वपूर्ण है।
3. कम लागत, उच्च प्रभावशीलता:
पारंपरिक मिसाइलों की तुलना में लेजर शूट करने की लागत बहुत कम होती है, क्योंकि इसे केवल बिजली की आवश्यकता होती है। यह दुर्गा-1 लेजर वेपन सिस्टम एक बार तैनात होने के बाद, यह बार-बार उपयोग किया जा सकता है।
4. मोबाइल और फिक्स्ड दोनों प्लेटफॉर्म पर उपयोग:
दुर्गा-1 (DURGA-I) लेजर वेपन को जमीनी वाहनों और नौसेना के जहाजों या स्थिर सैन्य ठिकानों पर लगाया जा सकता है।
5. भारतीय सशस्त्र बलों में भूमिका:
DRDO (रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन) ने इस दुर्गा-1 (DURGA-1) लेजर वेपन का कई सफल परीक्षण किया है, और अब इसे सेना, वायु सेना और नौसेना में शामिल किया जा सकता है।
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दुर्गा-2 लेजर वेपन की मुख्य विशेषताएँ:
दुर्गा-2 लेजर वेपन (DURGA-2 Laser Weapon) भारत द्वारा विकसित एक उन्नत लेजर-आधारित हथियार प्रणाली है, जिसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा डिज़ाइन किया गया है। यह दुर्गा लेजर वेपन प्रोग्राम का हिस्सा है।
1. हाई-एनर्जी लेजर टेक्नोलॉजी:
यह दुर्गा-2 लेजर वेपन हथियार शक्तिशाली लेजर बीम का उपयोग करता है, जो दुश्मन के ड्रोन, मिसाइल, या अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को नष्ट कर सकता है। यह किलोवाट-क्लास (KW- Class) लेजर का उपयोग करता है, जो लक्ष्य को तुरंत भेदने में सक्षम होता है।
2. सटीकता और तेज़ी:
दुर्गा-2 (DURGA-2) लेजर वेपन हथियार प्रकाश की गति से काम करते हैं, जिससे यह बहुत तेज़ और सटीक होता है।यह उच्च गति वाले लक्ष्यों (जैसे क्रूज मिसाइल या ड्रोन) को भी आसानी से निशाना बना सकता है।
3. लागत-प्रभावी:
पारंपरिक मिसाइलों की तुलना में लेजर वेपन से शूट करने की लागत बहुत कम होती है, क्योंकि इसमें केवल बिजली की ही खपत होती है।
4. एंटी-ड्रोन और एंटी-मिसाइल क्षमता:
दुर्गा-2 (DURGA-2) को विशेष रूप से ड्रोन स्वार्म (Drone Swarm) और लो-फ्लाइंग मिसाइलों या फाइटर एयरक्राफ्ट को रोकने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
5. भारतीय सेना में तैनाती:
DRDO ने इस दुर्गा-2 (DURGA-2) लेजर वेपन प्रणाली का सफल परीक्षण किया है, और इसका कई परीक्षण अभी बाकी है। यह लेजर वेपन अभी विकास के दौर में है, इसके बाद इसे भारतीय सेना, वायु सेना और नौसेना में शामिल किया जा सकता है।
दुर्गा-1 और दुर्गा-2 लेजर वेपन में अंतर:
दुर्गा-1 (DURGA-I) लेजर वेपन किलोवाट-क्लास (KW) लेजर पावर सिस्टम पर काम करता है। यह छोटे ड्रोन और मिसाइल जैसे लक्ष्यों के लिए बेहतरीन है। इसकी तैनाती जमीनी और नौसैनिक प्लेटफॉर्म के लिए बेस्ट है। दुर्गा-1 लेजर वेपन का विकास स्थिति परीक्षण चरण पूरा हो चुका है, अब तैनाती की तैयारी में है।
दुर्गा-2 (DURGA-2) लेजर वेपन अधिक शक्तिशाली (उच्च KW या मेगावाट-क्लास) लेजर पावर सिस्टम पर काम करता है। यह बड़े और तेज़ लक्ष्य (क्रूज मिसाइल आदि) के लिए बेहतरीन हथियार है। इसकी तैनाती वायु और स्ट्रैटेजिक डिफेंस में उपयोग किया जा सकता है। अभी दुर्गा-2 लेजर वेपन विकास और परीक्षण चरण में है, इसीलिए इस पर ज्यादा चर्चा करना उचित नहीं होगा आगे कोई अपडेट होगा तो आप लोगों को सूचित किया जाएगा।
अन्य भारतीय लेजर हथियार:
✅ दुर्गा-1 (DURGA-I): एक और लेजर सिस्टम, जिसे पहले विकसित किया गया था।
✅ आदित्या (ADITHYA): एक और DRDO का लेजर प्रोजेक्ट, जो टैंक-रोधी क्षमताओं पर केंद्रित है।
✅ कवच (KAVACH): नौसेना के लिए लेजर आधारित डिफेंस सिस्टम।
✅ रश्मि (RASHMI): एक और DRDO का लेजर प्रोजेक्ट।
Conclusion:
दुर्गा-1 और दुर्गा-2 एक डायरेक्टेड एनर्जी वेपन (DEW) हथियार है। इसमें दुर्गा-2 बहुत ही उन्नत और दुर्गा-1 का आधुनिक वर्जन है, जो भारत की लेजर आधारित रक्षा प्रणालियों की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह प्रौद्योगिकी भविष्य के युद्ध में एक गेम-चेंजर साबित हो सकती है। खासकर ड्रोन, मिसाइल, फाइटर जेट और इलेक्ट्रॉनिक हमलों के खिलाफ एक प्रभावी हथियार साबित हो सकता है। इसको इस्तेमाल करने में देश को बहुत ही ज्यादा फायदा होता है, क्योंकि इसका कोस्टिंग बहुत कम पड़ता है, अन्य हथियारों के अपेक्षा।
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