दुनिया में सबसे ज्यादा सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित, नेता कोई और नहीं बल्कि भारत के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी है!

PM Modi Highest Honour: नामीबिया का सर्वोच्च सम्मान पाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,"ये सम्मान मेरे लिए अत्यंत गर्व और सम्मान की बात है। मैं राष्ट्रपति जी का, नामीबिया की सरकार और नामीबिया के लोगों का हृदय से आभार प्रकट करता हूं। मैं इस सम्मान को 140 करोड़ भारतीयों की ओर से विनम्रता के साथ स्वीकार करता हूं।" उन्होंने कहा, भारत और नामीबिया अपने स्वतंत्रता संग्राम के समय से एक दूसरे के साथ खड़े रहे हैं। हमारी मित्रता राजनीति से नहीं बल्कि संघर्ष सहयोग और आपसी विश्वास से जन्मी है। साझा लोकतांत्रिक मूल्यों और उज्ज्वल भविष्य के साझा सपनों ने इसे सींचा है। भविष्य में भी हम एक दूसरे का हाथ थामे विकास पथ पर साथ-साथ आगे बढ़ते रहेंगे। 

नामीबिया के राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नांदी-नदैतवा प्रधानमंत्री मोदी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान देते हुए
नामीबिया के राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नांदी-नदैतवा द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान देते हुए।


News Subah Ki: 145 करोड़ भारतवासियों के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री आदरणीय श्री नरेंद्र मोदी जी को अब तक पूरे दुनिया में सबसे ज्यादा सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया है। इस कड़ी मे अब एक और देश जुड़ गया है, जो है नामीबिया! नामीबिया के राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नांदी-नदैतवा द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एनशिएंट वेल्वित्चिया मिराबिलिस' से सम्मानित किया गया। भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को मिला ये 27वां अंतरराष्ट्रीय सम्मान है, ये उनकी वैश्विक लोकप्रियता और भारत की बढ़ती साख का द्योतक है।

इस पुरस्कार का नाम वेल्वित्शिया मिराबिलिस नाम के एक अत्यंत दुर्लभ और प्राचीन रेगिस्तानी पौधे पर रखा गया है, जो सिर्फ नामीबिया में पाया जाता है। ये पौधा संघर्ष, दीर्घायु और स्थायित्व का प्रतीक माना जाता है और यही भावना इस सम्मान के माध्यम से झलकती है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नामीबिया की राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नांदी-नदैतवा के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई। इसमें भारत-नामीबिया संबंधों की समीक्षा की गई। दोनों नेताओं ने डिजिटल तकनीक, रक्षा, सुरक्षा, कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा और महत्वपूर्ण खनिजों जैसे क्षेत्रों में सहयोग को लेकर विस्तार से बातचीत की।

 Highlights  

✅ नामीबिया के राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नांदी-नदैतवा द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'ऑर्डर ऑफ द मोस्ट एनशिएंट वेल्वित्चिया मिराबिलिस' से सम्मानित किया गया।

✅ पिछले 27 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री का नामीबिया का पहला दौरा है। 

✅ ब्राजील के राष्ट्रपति लूला ने प्रधानमंत्री मोदी को ग्रैंड कॉलर ऑफ़ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द सदर्न क्रॉस से सम्मानित किया।

✅ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को त्रिनिदाद और टोबैगो के सर्वोच्च नागरिक सम्मान द ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिदाद एंड टोबैगो से सम्मानित किया गया। 

भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को घाना के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ से नवाजा गया।

पीएम मोदी ने X पर एक पोस्ट में कहा कि हमने व्यापार, ऊर्जा और पेट्रोकेमिकल क्षेत्रों में आपसी संबंधों को और मजबूत करने पर भी चर्चा की। प्रधानमंत्री मोदी ने 'प्रोजेक्ट चीता' में नामीबिया की ओर से मिले सहयोग के लिए विशेष रूप से आभार व्यक्त किया।

पीएम मोदी ब्राजील के दौरे के बाद नामीबिया पहुंचे हैं, ये 27 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री का नामीबिया का पहला दौरा है। इस दौरान उन्होंने वहां के राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवा से मुलाकात की।

ब्राजील के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित होते मोदी जी।
भारतीय प्रधानमंत्री को ब्राजील ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया।


ब्राजील ने भी अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया:

दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों ब्राजील के रियो द जनेरियो में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। ब्रिक्स सम्मेलन से पीएम मोदी ने दुनिया भर को कई संदेश दिए। अगले साल ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी भारत करेगा। इस दौरान पीएम मोदी ने तमाम देशों को भरोसा दिलाया कि जैसे भारत ने जैसे G-20 की अध्यक्षता की, वैसे ही ब्रिक्स को नए रूप में परिभाषित करेंगे।

राष्ट्रपति लुईज़ इनासियो लूला दा सिल्वा ने उन्हें ग्रैंड कॉलर ऑफ़ द नेशनल ऑर्डर ऑफ द सदर्न क्रॉस से सम्मानित किया। ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने भारत की G-20 अध्यक्षता की तरह ब्रिक्स को नए रूप में परिभाषित करने का भरोसा दिलाया। ब्रासीलिया में भारतीय समुदाय ने उनका भव्य स्वागत किया जिसकी पीएम मोदी ने सराहना की।

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त्रिनिदाद और टोबैगो द्वारा मोदी जी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित
भारतीय प्रधानमंत्री को त्रिनिदाद और टोबैगो द्वारा सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया।


त्रिनिदाद और टोबैगो द्वारा मोदी जी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित: 

भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को उनके वैश्विक नेतृत्व, भारतीय प्रवासियों के साथ उनके गहरे जुड़ाव और कोविड-19 महामारी के दौरान उनके मानवीय प्रयासों के सम्मान में यह पुरस्कार उन्हें दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को त्रिनिदाद और टोबैगो के सर्वोच्च नागरिक सम्मान द ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिदाद एंड टोबैगो से सम्मानित किया गया। पीएम मोदी ने कहा कि द ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिदाद एंड टोबैगो से सम्मानित होने पर बहुत ही सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैं इसे 140 करोड़ भारतीयों की ओर से स्वीकार करता हूं।


घाना के द्वारा मोदी जी को सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित।
पीएम मोदी को घाना के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ से नवाजा गया।


इसके पहले घाना के सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित किया गया: 

अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की बढ़ती साख और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कूटनीतिक कुशलता ने देश को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। इसका ताजा उदाहरण जुलाई में घाना की राजधानी अक्रा में देखने को मिला।  जहां घाना के राष्ट्रपति जॉन महामा द्वारा भारतीय प्रधानमंत्री मोदी को घाना के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर ऑफ द स्टार ऑफ घाना’ से नवाजा गया। 

पीएम मोदी को अब तक मिल चुके 27 देशों से सर्वोच्च सम्मान:

बताना चाहेंगे भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को अब तक 27 देशों से सर्वोच्च सम्मान मिल चुके हैं, जो दुनिया में किसी भी विदेशी नेता या भारतीय नेता के लिए विश्व रिकॉर्ड है। इनमें रूस का ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रू’, यूएई का ‘जायद मेडल’, फ्रांस का ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द लीजन ऑफ ऑनर’, मालदीव का ‘रूल ऑफ इज्जुद्दीन’ और नाइजीरिया, साइप्रस, फिजी जैसे देशों के प्रतिष्ठित पुरस्कार शामिल हैं।

संयुक्त राष्ट्र के द्वारा ‘चैंपियन ऑफ द अर्थ’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया:

संयुक्त राष्ट्र ने भी उन्हें पर्यावरण संरक्षण के लिए ‘चैंपियन ऑफ द अर्थ’ पुरस्कार से सम्मानित किया था। ये सम्मान केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि भारत की बढ़ती वैश्विक ताकत और प्रभाव का परिचायक हैं।पीएम मोदी की अगुवाई में भारत ने ‘वसुधैव कुटुंबकम्’ की भावना को अपनाते हुए वैश्विक दक्षिण की आवाज को मजबूत किया है। उनकी विदेश यात्राएं नए व्यापारिक अवसर, निवेश और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का माध्यम बनी हैं।


Disclaimer: यह लेख इंटरनेट पर आधारित है। इस लेख में लेखक की तरफ से कई त्रुटियां हो सकती हैं, इसलिए 100% सही होने की गारंटी नहीं दिया जा सकता है। इसीलिए इस लेख पर किसी प्रकार का दावा या क्लेम नहीं किया जा सकता, क्योंकि वह अनुचित एवम् अमान्य माना जायेगा।

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