दुश्मन देशों में खौफ पैदा करने, DRDO ने विकसित किया भारत की शान हाइपरसोनिक शौर्य मिसाइल!

News Subah Ki: भारत का चीन और पाकिस्तान के साथ सीमा पर तनाव के बीच भारतीय वैज्ञानिकों ने रोज नए रक्षा तकनीक में कामयाबी हासिल कर रहा है। पिछले कुछ महीनों में, कई डिफेंस और मिसाइल सिस्‍टम समेत ऐडवांस्‍ड वेपन सिस्‍टम का भी टेस्‍ट किया गया है। न्यूज सुबह की रिपोर्ट के अनुसार, बीते 3 अक्‍टूबर को जिस 'शौर्य' मिसाइल का सफल टेस्‍ट हुआ था, उसे बेड़े में शामिल करने को मंजूरी दे दी गई है। भारतीय डिफेंस रिसर्च ऐंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) की बनाई यह मिसाइल पनडुब्‍बी से छोड़ी जाने वाली BA 05, सागरिका मिसाइल का जमीनी वर्जन है। ओडिशा के बालासोर में 3 अक्‍टूबर को गुपचुप तरीके से इसका आखिरी टेस्‍ट किया गया। इस मिसाइल की तैनाती कहां होगी, इसका फैसला सामरिक बल कमांड (Indian Strategic Forces Command) को करना है।

भारतीय शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइल
भारत का शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइल 




  Highlights  

✅ शौर्य मिसाइल हाइपरसोनिक गति से हमला करने में सक्षम है।

✅ यह मिसाइल 1,000 किलोग्राम तक का परमाणु वॉरहेड ले जाने में सक्षम है।

✅ शौर्य मिसाइल को डिटेक्ट करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।

✅ शौर्य मिसाइल की कुछ खास और विशेष मुख्य विशेषताएं।

जानते हैं, शौर्य मिसाइल का महत्व और अन्य मिसाइलों से तुलना।

शौर्य' मिसाइल में क्‍या है, खास?

शौर्य' एक ऐसा डिलिवरी सिस्‍टम है, जिसे एक कम्‍पोजिट कैनिस्‍टर में स्‍टोर किया जा सकता है। इस वजह से मिसाइल को कहीं भी तैनात करना और बाहरी चीजों से बचाना आसान है। यह शौर्य मिसाइल 30 से 50 किलोमीटर की ऊंचाई पर 7 मैक या उससे अधिक स्पीड यानि लगभग 7,500 से 8,600 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलती है।

टारगेट को हिट करते वक्‍त शौर्य मिसाइल की रफ्तार लगभग 7.5 मैक (9,255 कि.मी. प्रति घंटा) तक हो जाती है। इसका वॉरहेड ले जाने की क्षमता लगभग 1,000 किलोग्राम का है। मिसाइल की रफ्तार इतनी तेज है, कि सीमा पार बैठे दुश्‍मन के रडार को इसे डिटेक्‍ट, ट्रैक करने और इंटरसेप्‍ट करने के लिए 400 सेकेंड्स से भी कम का वक्‍त मिलेगा।

शौर्य भारत की स्टील्थ स्ट्रैटेजिक मिसाइल:

शौर्य मिसाइल (Shaurya Missile) भारत का एक हाइपरसोनिक प्रक्षेपास्त्र है। इसे भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित किया गया एक उन्नत हाइपरसोनिक स्पीड वाली बैलिस्टिक मिसाइल है, जो सतह-से-सतह पर मार करने में माहिर है। यह मिसाइल भारत की सामरिक परमाणु क्षमता को मजबूत करती है, और दुश्मनों के लिए एक बड़ा खतरा बन सकती है।  

शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइल
शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइल






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शौर्य मिसाइल (Shaurya Missile) मुख्य विशेषताएँ:

1. प्रकार (Type):

शौर्य मिसाइल सतह-से-सतह पर हमला करने वाली परमाणु सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल (Surface-to-Surface Nuclear-Capable Ballistic Missile) है। इसे कैनिस्टराइज्ड (Canisterized) सिस्टम से लॉन्च किया जा सकता है, जिससे यह जमीन और पनडुब्बी दोनों से प्रक्षेपित हो सकती है।  

2. रेंज (Range):  

शौर्य मिसाइल की रेंज लगभग 700 किलोमीटर से लेकर 1,900 किलोमीटर (अलग-अलग रिपोर्ट्स के अनुसार) तक है। यह मध्यम दूरी (Medium-Range) की मिसाइल है, जो पाकिस्तान और चीन के बहुत भीतरी शहरों और इलाकों तक पहुँच सकती है। 

3. गति (Speed):  

शौर्य मिसाइल की गति या स्पीड हाइपरसोनिक (Hypersonic) है। जो 6 से 7.5 मैक (7,500 से 8,600 किलोमीटर प्रति घंटा) तक की है। यह इतनी तेज गति से दुश्मन के मिसाइल और डिफेंस सिस्टम (जैसे पाकिस्तान का PAC-3 या चीन का HQ-9) को चकमा दे सकती है। 

4. पेलोड (Payload): 

यह शौर्य मिसाइल अपने साथ लगभग 1,000 किलोग्राम तक का पारंपरिक या परमाणु वारहेड ले जा सकने में सक्षम है।  

5. स्टील्थ टेक्नोलॉजी (Stealth Technology): 

शौर्य मिसाइल लो-अल्टीट्यूड पर उड़ान भरती है, जिससे रडार में पकड़ में आना मुश्किल होता है।  यह क्वाजी-बैलिस्टिक ट्रैजेक्टरी (Quasi-Ballistic Trajectory) पर उड़ती है, जिससे इसका पता लगाना और इंटरसेप्ट करना कठिन ही नहीं नामुमकिन हो जाता है।  

6. लॉन्च सिस्टम (Launch System): 

इस शौर्य मिसाइल को मोबाइल लॉन्चर (TEL Transporter Erector Launcher) से प्रक्षेपित की जा सकती है। यह अंडरग्राउंड साइलो से भी लॉन्च की जा सकती है, जिससे यह दुश्मन की पहली स्ट्राइक से सुरक्षित रहती है।  

मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टार्गेटेबल री-एंट्री व्हीकल (MIRV) क्षमता भविष्य में, इसे MIRV (एक मिसाइल जो कई अलग-अलग लक्ष्यों पर हमला कर सके) के रूप में अपग्रेड किया जा सकता है।  

भारतीय शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइल
भारतीय शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइल 


शौर्य मिसाइल का महत्व (Strategic Importance):  

✅ यह शौर्य मिसाइल भारत के न्यूक्लियर ट्रायड (Nuclear Triad) का हिस्सा बन सकती है, जिसमें जमीन, हवा और पनडुब्बी से परमाणु हमले की क्षमता शामिल है।  

शौर्य मिसाइल पाकिस्तान और चीन के खिलाफ भारत की सेकेंड स्ट्राइक कैपेबिलिटी (Second Strike Capability) की क्षमता को बहुत अधिक मजबूत करती है।  

शौर्य मिसाइल, ब्रह्मोस और अग्नि मिसाइलों के साथ मिलकर भारत की मिसाइल डिफेंस को और भी घातक बनाती है।  

शौर्य vs अन्य मिसाइलें (Comparison):

🚀 शौर्य मिसाइल की रेंज 700 - 1,900 किलोमीटर और स्पीड या गति लगभग 6 से 7.5 मैक यानि लगभग 7,500 से 9,255 किलोमीटर प्रति घंटा के हाइपरसोनिक गति से हमला करने में सक्षम और स्टील्थ टेक्नोलॉजी से लैस होता है। इसे कैनिस्टराइज्ड सिस्टम से लॉन्च किया जा सकता है।

🚀 अग्नि-III मिसाइल की रेंज 3,000 किलोमीटर और स्पीड 5 से 7 मैक यानि लगभग 6,000 से 8,640 किलोमीटर प्रति घंटा के हाइपरसोनिक गति से हमला करने में सक्षम, परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम, और हाई अल्टीट्यूड से हमला करते हैं।

🚀 ब्रह्मोस मिसाइल की रेंज 500 किलोमीटर और स्पीड 3 मैक यानि लगभग 3,700 किलोमीटर प्रति घंटा के सुपरसोनिक गति से हमला करने में सक्षम और मल्टी-प्लेटफॉर्म से लॉन्च की सुविधा प्राप्त है।

निष्कर्ष (Conclusion):

शौर्य मिसाइल भारत के लिए एक गेम-चेंजर मिसाइल होने वाला है, क्योंकि यह हाइपरसोनिक स्पीड, स्टील्थ टेक्नोलॉजी और परमाणु क्षमता को मिलाकर दुश्मन के लिए एक बड़ा खतरा बन जाती है। यह मिसाइल भारत की "नो फर्स्ट यूज़" (No First Use) पॉलिसी के तहत सेकेंड स्ट्राइक (Second Strike) की क्षमता को मजबूत करती है। इस शौर्य मिसाइल का गति और इसका स्टील्थ टेक्नोलॉजी इसे भारत के रक्षा क्षेत्र के मिसाइलों में अग्रणी पक्ति में शामिल करता है।


Disclaimer: यह लेख इंटरनेट पर आधारित है। इस लेख में लेखक की तरफ से कई त्रुटियां हो सकती हैं, इसलिए 100% सही होने की गारंटी नहीं दिया जा सकता है। इसीलिए इस लेख पर किसी प्रकार का दावा या क्लेम नहीं किया जा सकता, क्योंकि वह अनुचित एवम् अमान्य माना जायेगा।

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