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दुश्मन देशों में खौफ पैदा करने के लिए, भारत के DRDO ने विकसित किया शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइल!

News Subah Ki: भारतीय सेना का चीन और पाकिस्तान के साथ आए दिन सीमा पर तनाव के बीच भारतीय वैज्ञानिकों ने रोज नए-नए रक्षा क्षेत्रों के तकनीक में कामयाबी हासिल कर रहे है। पिछले कुछ महीनों में कई डिफेंस और मिसाइल सिस्‍टम समेत ऐडवांस्‍ड वेपन सिस्‍टम का भी परीक्षण किया गया है। न्यूज सुबह की रिपोर्ट के अनुसार, बीते 3 अक्‍टूबर 24 को जिस 'शौर्य' मिसाइल का सफल टेस्‍ट हुआ था, उसे भारतीय सेना के बेड़े में शामिल करने को मंजूरी दे दी गई है। भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के द्वारा निर्देशित और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) द्वारा विकसित किया गया हैं। यह मिसाइल पनडुब्‍बी से छोड़ी जाने वाली BA 05 सागरिका मिसाइल का जमीनी वर्जन है। ओडिशा के बालासोर में 3 अक्‍टूबर 24 को गुपचुप तरीके से इसका आखिरी टेस्‍ट किया गया है। इस मिसाइल की तैनाती कहां होगी? इसका फैसला सामरिक बल कमांड (Indian Strategic Forces Command) को करना है।

भारतीय शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइल
भारत का शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइल 




  Highlights  

भारत की ये शौर्य मिसाइल हाइपरसोनिक गति से हमला करने में सक्षम है।

✅ यह मिसाइल 1,000 किलोग्राम तक का परमाणु वॉरहेड ले जाने में सक्षम है।

इस शौर्य मिसाइल को डिटेक्ट करना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन है।

भारत के इस शौर्य मिसाइल की कुछ खास और विशेष तरह की विशेषताएं।

जानते हैं, शौर्य मिसाइल का महत्व और अन्य मिसाइलों से तुलना।

क्‍या खास है, इस हाइपरसोनिक शौर्य मिसाइल में?

शौर्य' एक ऐसा हाइपरसोनिक मिसाइल सिस्‍टम है, जिसे एक कम्‍पोजिट कैनिस्‍टर में स्‍टोर किया जा सकता है। इस वजह से मिसाइल को कहीं भी तैनात करना और बाहरी चीजों से बचाना आसान है। यह हाइपरसोनिक शौर्य मिसाइल 30 से 50 किलोमीटर की ऊंचाई पर 7 मैक या उससे अधिक स्पीड यानि लगभग 7,500 से 8,600 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलती है।

टारगेट को हिट करते वक्‍त शौर्य मिसाइल की रफ्तार लगभग 7.5 मैक (9,255 कि.मी. प्रति घंटा) तक हो जाती है। इस शौर्य मिसाइल का वॉरहेड ले जाने की क्षमता लगभग 1,000 किलोग्राम का है। मिसाइल की रफ्तार इतनी तेज है, कि सीमा पार बैठे दुश्‍मन के रडार को इसे डिटेक्‍ट, ट्रैक और इंटरसेप्‍ट करने के लिए 400 सेकेंड्स से भी कम का वक्‍त मिलता हैं।

भारत की स्टील्थ स्ट्रैटेजिक है, ये शौर्य मिसाइल:

शौर्य मिसाइल (Shaurya Missile) भारत का एक हाइपरसोनिक प्रक्षेपास्त्र है। इसे भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा निर्देशित और भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) द्वारा विकसित किया गया है। यह एक बहुत ही उन्नत किस्म का हाइपरसोनिक स्पीड वाली बैलिस्टिक मिसाइल है। जिसे सतह-से-सतह पर मार करने में महारत हासिल है। यह मिसाइल भारत की सामरिक परमाणु क्षमता को मजबूत करती है, और दुश्मनों के लिए एक बड़ा खतरा बन सकती है।  

शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइल
शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइल






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शौर्य मिसाइल (Shaurya Missile) मुख्य विशेषताएँ:

1. प्रकार (Type):

शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइल सतह-से-सतह पर हमला करने वाली परमाणु सक्षम बैलिस्टिक मिसाइल (Surface-to-Surface Nuclear-Capable Ballistic Missile) है। इसे कैनिस्टराइज्ड (Canisterized) सिस्टम से लॉन्च किया जा सकता है, जिससे यह जमीन और पनडुब्बी दोनों से प्रक्षेपित हो सकती है।  

2. रेंज (Range):  

शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइल की रेंज लगभग 700 किलोमीटर से लेकर 1,900 किलोमीटर (अलग-अलग रिपोर्ट्स के अनुसार) तक है। यह मध्यम दूरी (Medium-Range) की हाइपरसोनिक मिसाइल है, जो पाकिस्तान और चीन के बहुत भीतरी शहरों और इलाकों तक पहुँच सकती है। 

3. गति (Speed):  

शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइल की गति या स्पीड हाइपरसोनिक (Hypersonic) है। जो लगभग 6 से 7.5 मैक (7,500 से 8,600 किलोमीटर प्रति घंटा) तक की है। यह इतनी तेज गति से दुश्मन के मिसाइल और डिफेंस सिस्टम (जैसे पाकिस्तान का PAC-3 या चीन का HQ-9) को चकमा दे सकती है। 

4. पेलोड (Payload): 

यह शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइल अपने साथ लगभग 1,000 किलोग्राम तक का पारंपरिक या परमाणु वारहेड ले जा सकने में सक्षम है।  

5. स्टील्थ टेक्नोलॉजी (Stealth Technology): 

शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइल लो-अल्टीट्यूड पर उड़ान भरती है, जिससे रडार में पकड़ में आना मुश्किल होता है।  यह क्वाजी-बैलिस्टिक ट्रैजेक्टरी (Quasi-Ballistic Trajectory) पर उड़ती है, जिससे इसका पता लगाना और इंटरसेप्ट करना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो जाता है।  

6. लॉन्च सिस्टम (Launch System): 

इस शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइल को मोबाइल लॉन्चर (TEL Transporter Erector Launcher) से प्रक्षेपित की जा सकती है। यह अंडरग्राउंड साइलो से भी लॉन्च की जा सकती है, जिससे यह दुश्मन की पहली स्ट्राइक से सुरक्षित रहती है।  

मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टार्गेटेबल री-एंट्री व्हीकल (MIRV) क्षमता भविष्य में, इसे MIRV (एक मिसाइल जो कई अलग-अलग लक्ष्यों पर हमला कर सके) के रूप में अपग्रेड किया जा सकता है।  

भारतीय शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइल
भारतीय शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइल 


शौर्य मिसाइल का महत्व (Strategic Importance):  

✅ यह शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइल भारत के न्यूक्लियर ट्रायड (Nuclear Triad) का हिस्सा बन सकती है, जिसमें जमीन, हवा और पनडुब्बी से परमाणु हमले की क्षमता शामिल है।  

शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइल पाकिस्तान और चीन के खिलाफ भारत की सेकेंड स्ट्राइक कैपेबिलिटी (Second Strike Capability) की क्षमता को बहुत अधिक मजबूत करती है।  

शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइलब्रह्मोस और अग्नि मिसाइलों के साथ मिलकर भारत की मिसाइल डिफेंस को और भी घातक बनाती है।  

शौर्य vs अन्य मिसाइलो  की तुलना (Comparison):

🚀 शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइल की रेंज लगभग 700 से 1,900 किलोमीटर के बीच की है, और इसकी स्पीड या गति लगभग 6 से 7.5 मैक यानि लगभग 7,500 से 9,255 किलोमीटर प्रति घंटा के हाइपरसोनिक गति से हमला करने में सक्षम और स्टील्थ टेक्नोलॉजी से लैस होती है। इसे कैनिस्टराइज्ड सिस्टम से लॉन्च किया जा सकता है।

🚀 अग्नि-III मिसाइल की रेंज 3,000 किलोमीटर और स्पीड 5 से 7 मैक यानि लगभग 6,000 से 8,640 किलोमीटर प्रति घंटा के हाइपरसोनिक गति से हमला करने में सक्षम, परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम, और हाई अल्टीट्यूड से हमला करते हैं।

🚀 ब्रह्मोस मिसाइल की रेंज लगभग 500 किलोमीटर और स्पीड 3 मैक यानि लगभग 3,700 किलोमीटर प्रति घंटा के सुपरसोनिक गति से हमला करने में सक्षम और मल्टी-प्लेटफॉर्म से लॉन्च की सुविधा प्राप्त है।

निष्कर्ष (Conclusion):

शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइल भारत के लिए एक गेम-चेंजर मिसाइल होने वाला है, क्योंकि यह हाइपरसोनिक स्पीड, स्टील्थ टेक्नोलॉजी और परमाणु क्षमता को मिलाकर दुश्मन के लिए एक बड़ा खतरा बन जाती है। यह मिसाइल भारत की "नो फर्स्ट यूज़" (No First Use) पॉलिसी के तहत सेकेंड स्ट्राइक (Second Strike) की क्षमता को मजबूत करती है। इस शौर्य हाइपरसोनिक मिसाइल का गति और इसका स्टील्थ टेक्नोलॉजी इसे भारत के रक्षा क्षेत्र के मिसाइलों में अग्रणी पक्ति में शामिल करता है।


Disclaimer: यह लेख इंटरनेट पर आधारित है। इस लेख में लेखक की तरफ से कई त्रुटियां हो सकती हैं, इसलिए 100% सही होने की गारंटी नहीं दिया जा सकता है। इसीलिए इस लेख पर किसी प्रकार का दावा या क्लेम नहीं किया जा सकता, क्योंकि वह अनुचित एवम् अमान्य माना जायेगा।

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