Opretion Sindoor: पाकिस्तान ने भारत में जम्मू-कश्मीर से लेकर पंजाब और राजस्थान तक हर जगह हवाई और ड्रोन हमले किए। भारत ने इन सभी हमलों को बेहद ही शानदार तरीके से नाकाम किया और फिर इसके जवाब में पाकिस्तान के कई प्रमुख सैन्य विमानों को मार गिराया, जिसमें F-16, JF-17, J-10 और एक Saab-2000 Erieye AWACS भी शामिल हैं।
News Subah Ki: पाकिस्तान ने भारत में जम्मू-कश्मीर से पंजाब और राजस्थान तक हर जगह हवाई और ड्रोन हमले किए। भारत ने इन सभी हमलों को बेहद ही शानदार तरीके से नाकाम किया और फिर इसके जवाब में पाकिस्तान के कई प्रमुख सैन्य विमानों को मार गिराया, जिसमें F-16, JF-17, J-10 और एक Saab-2000 Erieye AWACS शामिल हैं।
पहले से ही खस्ताहाल कंगाल पाकिस्तान को इससे अरबों-खरबों रुपयों की चपत लगी है। आइये आपको बताते हैं, इन हमलों के बाद कंगाल पाकिस्तान को आर्थिक तौर पर कितना नुकसान पहुंचा है, और इससे आंकलन करिए कि कितना नुकसान और पहुंच सकता है।
Highlights
✅ Opretion Sindoor से पाकिस्तान को बहुत ज्यादा आर्थिक नुकसान।
✅ भारतीय सेना ने मार गिराया पाकिस्तान के टॉप के पांच लड़ाकू विमान।
✅ जाने क्या है पाकिस्तानी JF-17 थंडर लड़ाकू विमान की कीमत।
✅ आइए जानते हैं अमेरिकी मूल के F-16 लड़ाकू विमान की कीमत।
✅ स्वीडन मूल के AWACS (आसमानी आंख) विमान की कीमत।
पाकिस्तानी JF-17 थंडर लड़ाकू विमान की कीमत:
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पाकिस्तानी JF-17 थंडर लड़ाकू विमान |
बात करते हैं, पाकिस्तानी JF-17 थंडर की, जो पाकिस्तान और चीन की साझेदारी से बना एक मल्टीरोल लड़ाकू विमान है। इसे पाकिस्तान एरोनॉटिकल कॉम्प्लेक्स (PAC) और चेंगदू एयरक्राफ्ट कॉर्पोरेशन (CAC) ने मिलकर विकसित किया है। इसकी नींव साल 1990 के दशक में पड़ी, जब अमेरिका ने परमाणु कार्यक्रम को लेकर पाकिस्तान पर F-16 लड़ाकू विमानों के सप्लाई पर रोक लगा दी। इसके बाद पाकिस्तान ने चीन के साथ मिलकर साल 1992 में समझौता किया और 1995 में JF-17 थंडर लड़ाकू विमान के प्रोजेक्ट पर काम शुरू हुआ।
साल 2009 में पहला JF-17 थंडर लड़ाकू विमान पाकिस्तान एयरफोर्स को सौंपा गया और अब उनके पास 156 से ज्यादा ये विमान हैं। यह हल्का और तेज़ रफ्तार लड़ाकू विमान है, और जिसकी अधिकतम टेकऑफ क्षमता लगभग 13,500 किलोग्राम तक होती है। पाकिस्तानी JF-17 की कीमत करीब $15 मिलियन डॉलर (₹120 करोड़) है, जबकि ब्लॉक 3 की कीमत $25–$30 मिलियन डॉलर (₹200- ₹240 करोड़) तक है।
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पाकिस्तान का J-10C चाइनीज लड़ाकू विमान:
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पाकिस्तानी J-10C फाइटर एयरक्राफ्ट |
पाकिस्तान ने भारत के खिलाफ J-10C फाइटर जेट का भी इस्तेमाल किया है। इस विमान को चेंगदू एयरक्राफ्ट कॉरपोरेशन (CAC) में सॉन्ग वेनकांग ने डिजाइन किया था। इस जेट में ही चीन द्वारा निर्मित PL-15 मिसाइल फिट की गई थी। ऐसा पहली बार हुआ है, जब जंग के माहौल में पाकिस्तान की ओर से इस मिसाइल का इस्तेमाल किया गया है। चीनी वायुसेना साल 2003 से J-10 विमानों का इस्तेमाल कर रही है और पाकिस्तान ने भी चीन से 36 लड़ाकू J-10C विमान खरीदे थे। चीन का दावा है, कि J-10C विमान 4.5 जनरेशन का फाइटर जेट है।
चाइनीज मूल के इस पाकिस्तानी J-10C लड़ाकू विमान की कीमत लगभग $35-$45 मिलियन डॉलर (₹280-₹360 करोड़) के करीब हैं।
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अमेरिकी मूल के F-16 लड़ाकू विमान की कीमत:
पाकिस्तान के F-16 लड़ाकू विमान मूल रूप से अमेरिका की डिफेंस कंपनी जनरल डायनेमिक्स (अब लॉकहीड मार्टिन) द्वारा विकसित किया गया था। पाकिस्तान ने पहली बार 1981 में अमेरिका से 40 लड़ाकू F-16 विमानों का ऑर्डर दिया था। यह सौदा 'पीस गेट I और II' कार्यक्रम के तहत हुआ और इनकी डिलीवरी 1983 से 1987 के बीच हुआ था। अमेरिका से पहला F-16 लड़ाकू विमान 15 जनवरी 1983 को पाकिस्तान पहुंचा था।
इसके बाद 1988 में पाकिस्तान ने 11 और F-16 विमान ऑर्डर किए, लेकिन 1990 में अमेरिका ने पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर प्रतिबंध लगा दिया और डिलीवरी पर रोक लगा दी। करीब 15 साल बाद, 2005 में अमेरिका ने फिर से F-16 की बिक्री की अनुमति दी और पाकिस्तान ने 18 नए विमान खरीदे, जिनकी डिलीवरी 2010 तक पूरी हो गई थी। मौजूदा समय में पाकिस्तान के पास करीब 75 से 85 लड़ाकू F-16 विमान हैं, जिनमें A, B, C और D वेरिएंट शामिल हैं।
अमेरिकी मूल के F-16 लड़ाकू विमानों की कीमत इसके मॉडल पर निर्भर करती है। एक नए F-16 लड़ाकू विमान की कीमत करीब $40 से $70 मिलियन डॉलर यानि लगभग ₹320 से ₹560 करोड़ रुपये के बीच होती है।
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स्वीडन मूल के AWACS विमान की कीमत:
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पाकिस्तान का Saab-2000 Erieye AWACS |
AWACS विमान किसी भी देश की वायु सुरक्षा का सबसे अहम हिस्सा होता है। इसे 'आसमान की आंख' कहा जाता है, क्योंकि इसमें लगे रोटेटिंग रडार सिस्टम से 400 किलोमीटर से भी ज्यादा की दूरी तक दुश्मन की गतिविधियों पर नजर रखी जा सकती है। ये विमान हवा में उड़ते हुए दुश्मन के लड़ाकू विमान, ड्रोन और मिसाइलों का समय रहते पता लगाते हैं, और अपनी वायुसेना को दिशा-निर्देश देने में मदद करते हैं।
पाकिस्तान के पास कुल 9 ऐसे एयरबोर्न रडार सिस्टम हैं, जिनमें स्वीडन से लिए गए Saab-2000 Erieye और चीन से लिए गए ZDK-03 Karakoram Eagle शामिल हैं। हालांकि चीन वाले सिस्टम को 2024 में रिटायर कर दिया गया है, इसलिए अंदाजा लगाया जा रहा है कि गिराया गया AWACS विमान Saab-2000 ही था।
Saab-2000 Erieye एक मिड-रेंज एयरबोर्न रडार प्लेटफॉर्म है। इसका कीमत करीब $100 से $150 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानी ₹830 से ₹1,245 करोड़ रुपये तक होती है। अगर इसमें रडार, कंट्रोल सिस्टम, ट्रेनिंग और लॉजिस्टिक्स सपोर्ट जोड़ें, तो इसकी कुल लागत $200 मिलियन डॉलर यानी ₹1,660 करोड़ तक पहुंच सकती है।
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Disclaimer: यह लेख इंटरनेट पर आधारित है। इस लेख में लेखक की तरफ से कई त्रुटियां हो सकती हैं, इसलिए 100% सही होने की गारंटी नहीं दिया जा सकता है। इसीलिए इस लेख पर किसी प्रकार का दावा या क्लेम नहीं किया जा सकता, क्योंकि वह अनुचित एवम् अमान्य माना जायेगा।