विश्व की लगभग कुछ सेनाएं ही इस्तेमाल करते हैं, दुनिया की 5 सबसे खतरनाक और शक्तिशाली असाल्ट राइफल!

News Subah Ki: युद्ध चाहें छोटा हो या बड़ा, युद्ध क्षेत्र में असाल्ट राइफलों का क्रेज हमेशा से ही बना रहता है, और आगे भी बना रहेगा। असाल्ट राइफल को किसी भी सैनिक का एक अभिन्न अंग माना जाता है, जो मरते दम तक उससे चिपके हुए रहते है। ऐसे में युद्ध के दौरान असाल्ट राइफल का बेहतरीन और शक्तिशाली होना बहुत ही जरूरी माना जाता है, जिससे दुश्मनो पर हमला करने और बढ़त बनाने में मदद मिलती है। तो आइए जानते हैं, दुनिया के 5 सबसे शक्तिशाली असाल्ट राइफलों के बारे में पूरे विस्तार से जिसे दुनिया की सबसे बेहतरीन सेनाएं इस्तेमाल किया करती हैं।

  Highlights   

दुनिया की सबसे खतरनाक राइफल में No.1 है AK-47 असाल्ट राइफल।

दुनिया की सबसे खतरनाक राइफल में No.2 पर है, M-16 असाल्ट राइफल।

दुनिया की सबसे खतरनाक राइफल में No.3 पर है, IWI टावोर असाल्ट राइफल।

दुनिया की सबसे खतरनाक राइफल में No.4 पर है, स्टेयर AUG असाल्ट राइफल।

दुनिया की सबसे खतरनाक राइफल में No.5 पर है, हेकलर एंड कोच 416 असाल्ट राइफल।

ये है दुनिया की सबसे बेहतरीन और खतरनाक 5 असाल्ट राइफल:

1. AK-47 असाल्ट राइफल

2. M-16 असाल्ट राइफल

3. IWI टावोर असाल्ट राइफल

4. स्टेयर AUG असाल्ट राइफल

5. हेकलर एंड कोच 416 असाल्ट राइफल

AK-47 राइफल असाल्ट राइफल


1. AK-47 असाल्ट राइफल:

AK-47 दुनिया की सबसे प्रसिद्ध और व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली असॉल्ट राइफलों में से एक है। इसका डिजाइन सोवियत संघ के मिखाइल कलाश्निकोव ने 1947 में किया था, जिसके कारण इसे "ऑटोमैटिक कलाश्निकोव 1947" (Automatic Kalashnikov 1947) नाम दिया गया । यह राइफल अपनी सरलता, विश्वसनीयता और कठिन परिस्थितियों में भी काम करने की क्षमता के लिए जानी जाती है।

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मूल तकनीकी विवरण

✅ कारतूस: 7.62×39mm 

✅ आग की दर: 600 राउंड प्रति मिनट 

✅ मैगज़ीन क्षमता: 30 राउंड (40 राउंड बॉक्स या 75 राउंड ड्रम मैगज़ीन भी उपलब्ध

✅ प्रभावी रेंज: 300-400 मीटर 

✅ थूथन वेग: 715 मीटर/सेकंड (2,346 फीट/सेकंड

✅ वजन: 4.3 किलोग्राम (खाली मैगज़ीन सहित

✅ लंबाई: 870 मिमी (लकड़ी के बट सहित)

डिजाइन और विकास का इतिहास

AK-47 का विकास द्वितीय विश्व युद्ध के बाद हुआ था, जब सोवियत संघ एक ऐसा हथियार चाहता था जो पारंपरिक राइफल और सबमशीन गन के बीच का मध्यमार्ग हो । मिखाइल कलाश्निकोव ने इसका डिजाइन तैयार किया, जिसमें विभिन्न अंतरराष्ट्रीय हथियारों के तत्वों को शामिल किया गया था:

✅ लॉकिंग डिजाइन: M1 ग्रैंड राइफल से

✅ ट्रिगर और सेफ्टी लॉक: रेमिंगटन राइफल मॉडल 8 से

✅ गैस सिस्टम और बाहरी डिजाइन  जर्मन STG 44 से 

प्रमुख विशेषताएं

1. विश्वसनीयता: AK-47 कठिन परिस्थितियों जैसे ठंड, गर्मी, रेत या कीचड़ में भी विश्वसनीय रूप से काम करती है। महीनों तक सफाई न होने पर भी यह सही तरीके से काम करती रहती है ।

2. सरल डिजाइन: इसका डिजाइन इतना सरल है कि एक अप्रशिक्षित व्यक्ति भी इसकी मरम्मत कर सकता है ।

3. कम रखरखाव: अन्य आधुनिक राइफलों की तुलना में इसके रखरखाव की आवश्यकता कम होती है ।

4. उत्पादन सुगमता: इसका बड़े पैमाने पर उत्पादन आसानी से किया जा सकता है, जिसके कारण यह दुनिया भर में फैली हुई है ।

M-16 असॉल्ट राइफल


2. M-16 असॉल्ट राइफल:

M-16 अमेरिकी सेना की प्रमुख असॉल्ट राइफल है जिसने आधुनिक युद्धक्षेत्र को पूरी तरह बदल दिया। यह राइफल अपनी हल्की वजन, उच्च सटीकता और अत्याधुनिक डिजाइन के लिए जानी जाती है। आइए M-16 राइफल के बारे में विस्तार से जानते हैं।

एम16 राइफल अमेरिकी सेना के लिए विकसित एक असाल्ट राइफल है। इसे एआर-15 राइफल से विकसित कर बनाया गया है। मूल एम16 राइफल 20 राउंड की मैगज़ीन वाली 5.56×45 मिमी की आटोमेटिक राइफल थी। इसका इस्तेमाल वियतनाम युद्ध के दौरान पहली बार किया गया था। इसके बाद से M-16 राइफल में कई अपग्रेडेशन किए गए हैं।

मूल तकनीकी विवरण

✅ कैलिबर: 5.56×45mm NATO 

✅ फायर रेट: 700-950 राउंड प्रति मिनट 

✅ मैगज़ीन क्षमता: 20 या 30 राउंड (स्टैंडर्ड), 100 राउंड ड्रम मैगज़ीन भी उपलब्ध 

✅ प्रभावी फायरिंग रेंज: 550 मीटर (पॉइंट टार्गेट), 800 मीटर (एरिया टार्गेट) 

✅ थूथन वेग: 960 मीटर/सेकंड (3,150 फीट/सेकंड) 

✅ वजन: 2.89 किलोग्राम (M16A1 खाली), 4.00 किलोग्राम (M16A4 लोडेड) 

✅ लंबाई: 986 मिमी (M16A1), 1,000 मिमी 

(M16A4)

विकास का इतिहास

M-16 का विकास 1950 के दशक में ArmaLite AR-15 के रूप में हुआ था, जिसे यूजीन स्टोनर और एल. जेम्स सुलिवन ने डिजाइन किया था । यह AR-10 राइफल का छोटा संस्करण था जो 7.62×51mm के बजाय 5.56×45mm कारतूस का उपयोग करता था ।

1964 में अमेरिकी वायु सेना ने इसे अपनाया और M16 नाम दिया । वियतनाम युद्ध के दौरान इसे पहली बार बड़े पैमाने पर इस्तेमाल किया गया, हालांकि शुरुआती मॉडल जामिंग की समस्या से ग्रस्त थे ।

डिजाइन और विकास का इतिहास

Tavor का विकास 1990 के दशक में इजरायली रक्षा बलों (IDF) की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया गया था। इसका मुख्य उद्देश्य एक ऐसी राइफल तैयार करना था जो

- शहरी युद्धक्षेत्र के लिए अधिक उपयुक्त हो

- पारंपरिक डिजाइनों की तुलना में छोटी लेकिन समान रेंज प्रदान करे

- विभिन्न परिस्थितियों में विश्वसनीय प्रदर्श हुईन करे

IWI टावोर असॉल्ट राइफल


3. IWI टावोर असॉल्ट राइफल:

IWI Tavor (इजरायल वेपन इंडस्ट्रीज द्वारा निर्मित) एक बुलपप डिज़ाइन वाली आधुनिक असॉल्ट राइफल है जो दुनिया भर में अपने अभिनव डिजाइन और विश्वसनीय प्रदर्शन के लिए जानी जाती है।

IWI टावोर को Tavor TAR-21 नाम से भी जाना जाता है। यह इजरायली बुलपप असॉल्ट राइफल है। यह राइफल 5.56×45 मिमी NATO कारतूस को फायर करती है। Tavor TAR-21 को M203 ग्रेनेड लॉन्चर के साथ भी लगाया जा सकता है, जिसे GTAR-21 के रूप में नामित किया गया है। 380 मिमी (15 इंच) बैरल वाला एक कॉम्पैक्ट वैरिएंट भी उपलब्ध है, जिसे CTAR-21 के रूप में नामित किया गया है। इसका इस्तेमाल इजरायली सेना के अलावा भारतीय स्पेशल फोर्सेज भी करती हैं।

मूल तकनीकी विशेषताएं

✅कैलिबर: 5.56×45mm NATO (मानक), 9×19mm पैराबेल्लम (X95 संस्करण)

✅लंबाई: 725 मिमी (28.5 इंच) - पारंपरिक राइफलों से छोटी लेकिन समान बैरल लंबाई

✅बैरल लंबाई: 460 मिमी (18.1 इंच)

✅वजन: 3.27 किलोग्राम (7.2 पाउंड) - खाली

✅फायर रेट: 700-900 राउंड प्रति मिनट

✅मैगज़ीन क्षमता: 30 राउंड STANAG मैगज़ीन (5.56mm), 25/32 राउंड (9mm)

✅प्रभावी फायरिंग रेंज: 500 मीटर

स्टेयर AUG असॉल्ट राइफल

4. स्टेयर AUG असॉल्ट राइफल:

स्टेयर AUG (Armee Universal Gewehr - सेना की सार्वभौमिक राइफल) एक ऑस्ट्रियाई बुलपप डिज़ाइन असॉल्ट राइफल है जिसने आधुनिक सैन्य हथियारों के डिजाइन में क्रांति ला दी। यह दुनिया की पहली सफल बुलपप डिज़ाइन राइफलों में से एक मानी जाती है।

स्टेयर AUG एक ऑस्ट्रियाई बुलपप असॉल्ट राइफल है। यह 5.56×45 मिमी नाटो इंटरमीडिएट कारतूस को  करती है। इस राइफल को 1960 के दशक में स्टेयर-डेमलर-पच द्वारा डिजाइन किया गया था। अब इसका निर्माण स्टेयर आर्म्स GmbH & Co KG द्वारा किया जाता है। इसे 1977 में ऑस्ट्रियाई सेना द्वारा StG 77 (स्टर्मगेवेहर 77) के रूप में अपनाया गया था। इसके वेरिएंट को दर्जनों देशों के सशस्त्र बलों द्वारा भी अपनाया गया है।

मूल तकनीकी विवरण

✅कैलिबर: 5.56×45mm NATO

✅लंबाई: 790 मिमी (31.1 इंच) - पारंपरिक राइफलों से छोटी

✅बैरल लंबाई: 508 मिमी (20 इंच)

✅वजन: 3.6 किलोग्राम (7.9 पाउंड) - खाली

✅फायर रेट: 680-750 राउंड प्रति मिनट

✅मैगज़ीन क्षमता: 30 या 42 राउंड (पारदर्शी पॉलीमर मैगज़ीन)

✅प्रभावी फायरिंग रेंज: 300-

500 मीटर

विकास का इतिहास

स्टेयर AUG का विकास 1960 के दशक में ऑस्ट्रियाई कंपनी स्टेयर-डेमलर-पुच द्वारा शुरू किया गया था। इसे 1977 में ऑस्ट्रियाई सेना द्वारा अपनाया गया और यह दुनिया की पहली बड़े पैमाने पर उत्पादित बुलपप डिज़ाइन राइफल बनी।

हेकलर एंड कोच HK416 असॉल्ट राइफल


5. हेकलर एंड कोच 416 असॉल्ट राइफल:

HK416 हथियार निर्माता हेकलर एंड कोच की एक असॉल्ट राइफल है। 14.5 इंच पाइप लंबाई वाली HK416A7 वैरिएंट को विशेष बलों के लिए G95K नाम से बुंडेसवेहर में पेश किया गया था। जर्मन कस्टम्स मॉडल नाम G38 के तहत 11 इंच पाइप वाली HK416A5 वैरिएंट का उपयोग करते हैं। राइफल का उपयोग हेसेन पुलिस और विभिन्न विशेष बलों द्वारा किया जाता है और इसे नार्वे और फ्रांसीसी सशस्त्र बलों द्वारा एक व्यवस्थित हथियार के रूप में चुना गया था।

HK 416 को विश्व की सर्वश्रेष्ठ असॉल्ट राइफलों में पांचवां रैंकिंग 

हेकलर एंड कोच HK416 एक असॉल्ट राइफल है। इस राइफल में 5.56×45mm NATO कार्ट्रिज का इस्तेमाल किया जाता है। इसमें हेकलर एंड कोच की पिछली G36 राइफलों की तरह शॉर्ट-स्ट्रोक गैस पिस्टन सिस्टम का उपयोग किया गया है। HK416 नॉर्वेजियन सशस्त्र बलों और यूनाइटेड स्टेट्स मरीन कॉर्प्स (M27 नामित) की मानक असॉल्ट राइफल है, और इसे फ्रांसीसी सशस्त्र बलों द्वारा FAMAS को बदलने के लिए और जर्मन सेना द्वारा G36 को सर्विस राइफल के रूप में बदलने के लिए चुना गया है।

Disclaimer: यह लेख इंटरनेट पर आधारित है। इस लेख में लेखक की तरफ से कई त्रुटियां हो सकती हैं, इसलिए 100% सही होने की गारंटी नहीं दिया जा सकता है। इसीलिए इस लेख पर किसी प्रकार का दावा या क्लेम नहीं किया जा सकता, क्योंकि वह अनुचित एवम् अमान्य माना जायेगा।

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