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सौजन्य: News Subah Ki |
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से कुवैत की दो दिवसीय यात्रा पर हैं, जो 43 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली कुवैत यात्रा है। इस यात्रा के दौरान, पीएम मोदी कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जाबेर अल-सबा, क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री से मुलाकात करेंगे। इन बैठकों में व्यापार, निवेश, ऊर्जा, संस्कृति और जनसंपर्क जैसे क्षेत्रों में संबंधों की समीक्षा की जाएगी।
भारत और कुवैत संबंधों को मजबूत करना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कुवैत दौरा दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों को मजबूत करने और आपसी सहयोग के नए क्षेत्रों की पहचान करने के लिए महत्वपूर्ण है। Pm मोदी भारतीय समुदाय के श्रमिकों के एक शिविर का दौरा करेंगे, और भारतीय समुदाय को संबोधित करेंगे। कुवैत में लगभग 10 लाख भारतीय प्रवासी रहते हैं, जो वहां की सबसे बड़ी विदेशी आबादी है। Pm मोदी की इस यात्रा के दौरान भारतीय समुदाय के साथ उनकी बातचीत का सीधा प्रसारण भी होगा।
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सौजन्य: News Subah Ki |
भारत और कुवैत के बीच द्विपक्षीय व्यापार
भारत और कुवैत के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2023-24 में $10.47 बिलियन का रहा, जिसमें भारतीय निर्यात में 34.7% की वृद्धि हुई। कुवैत भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं का 3% कच्चा तेल आपूर्ति करता है, और कुवैत इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी ने भारत में $10 बिलियन से अधिक का निवेश किया है। यह यात्रा भारत-कुवैत संबंधों को मजबूत करने और रक्षा, व्यापार, निवेश सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
सैन्य उपकरण और रक्षा क्षेत्र में तकनीकी साझेदारी
भारत की रक्षा निर्माण क्षमता और तकनीकी विशेषज्ञता को ध्यान में रखते हुए, कुवैत ने भारतीय रक्षा उपकरणों में रुचि दिखाई। रक्षा उपकरणों की आपूर्ति और संयुक्त उत्पादन के लिए संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। कुवैत की भौगोलिक स्थिति और भारत की समुद्री रणनीति के तहत, समुद्री सुरक्षा पर विशेष जोर दिया गया। दोनों देशों ने हिंद महासागर और गल्फ क्षेत्र में नौवहन की सुरक्षा सुनिश्चित करने और समुद्री डकैती रोकने के लिए सहयोग बढ़ाने की बात कही। दोनों देशों ने आतंकवाद और कट्टरपंथ के खिलाफ साझा रणनीति पर काम करने पर सहमति जताई।